अगर आप Google Workspace की सुरक्षा के बारे में ज़्यादा जानकारी चाहते हैं, तो Google Workspace के लिए Meet की सुरक्षा और निजता पर जाएं.
अगर आप Google Workspace for Education की सुरक्षा के बारे में ज़्यादा जानकारी चाहते हैं, तो शिक्षा के लिए Meet की सुरक्षा और निजता पर जाएं.
Google में, हम अपने सभी प्रॉडक्ट को डिज़ाइन करने, बनाने, और ऑपरेट करने के लिए एक सुरक्षित प्लैटफ़ॉर्म का इस्तेमाल करते हैं. सभी प्रॉडक्ट में ज़रूरी सुरक्षा सुविधाएं दी जाती हैं, ताकि उपयोगकर्ताओं के साथ-साथ उनके डेटा को सुरक्षित और जानकारी को निजी रखा जा सके. Meet भी बाकी उत्पादों की तरह ही है. इसमें भी हमने पहले से मौजूद सुरक्षा सुविधाएं दी हैं, जो डिफ़ॉल्ट रूप से चालू रहती हैं. इनसे मीटिंग को सुरक्षित बनाने में मदद मिलती है.
मीटिंग कोड—हर मीटिंग कोड में 10 वर्ण और इसके सेट में 25 वर्ण होते हैं. इससे, मीटिंग कोड का किसी भी तरह "अनुमान लगाना" मुश्किल हो जाता है.
मीटिंग की जानकारी—इसे न्योते में बदला जा सकता है. वीडियो मीटिंग के न्योते को पूरी तरह से बदलने पर, मीटिंग कोड और फ़ोन पिन, दोनों बदल जाते हैं. यह तरीका खास तौर पर तब काम आता है, जब किसी उपयोगकर्ता को मीटिंग के न्योते से हटा दिया गया हो.
मीटिंग में शामिल होना—जब लोग किसी वीडियो मीटिंग में शामिल होते हैं, तो उन पर ये प्रतिबंध लागू होते हैं:
- उपयोगकर्ता, मीटिंग शुरू होने से ज़्यादा से ज़्यादा 15 मिनट पहले ही मीटिंग में शामिल हो सकते हैं.
- सिर्फ़ वही उपयोगकर्ता मीटिंग में अनुरोध भेजे बिना शामिल हो सकते हैं जिन्हें कैलेंडर पर न्योता मिला है. ऐसे उपयोगकर्ता जिन्हें कैलेंडर पर न्योता नहीं मिला है उन्हें मीटिंग में शामिल होने के लिए अनुरोध भेजना होगा. मीटिंग के आयोजक के अनुरोध स्वीकार करने पर ही वे मीटिंग में हिस्सा ले पाएंगे.
- मीटिंग का आयोजक ही ऐसे उपयोगकर्ताओं को मीटिंग में शामिल कर सकता है जिन्हें कैलेंडर पर न्योता नहीं मिला है. इसके लिए, वह मीटिंग के दौरान लोगों को न्योता भेज सकता है या मीटिंग में शामिल होने का अनुरोध स्वीकार कर सकता है.
- मीटिंग के आयोजक आसानी से सुरक्षा सेटिंग ऐक्सेस कर सकते हैं. जैसे- लोगों को म्यूट करना और उन्हें मीटिंग से हटाना. मीटिंग का आयोजक ही इसमें शामिल लोगों को हटा सकता है या उन्हें म्यूट कर सकता है.
- Meet, बुरे बर्तावों के मामलों को कम कर सकता है.
- अगर मीटिंग में किसी तरह का बुरा बर्ताव होता है, तो उपयोगकर्ता इसकी शिकायत कर सकते हैं.
- Meet से की गई वीडियो मीटिंग का पूरा डेटा, क्लाइंट और Google के बीच ट्रांज़िट के दौरान डिफ़ॉल्ट रूप से एन्क्रिप्ट (सुरक्षित) किया जाता है. इसमें वेब ब्राउज़र, Meet के Android और Apple® iOS® ऐप्लिकेशन के साथ-साथ Google मीटिंग रूम हार्डवेयर वाले मीटिंग रूम का डेटा भी शामिल है.
- Google Drive में संग्रह की गई Meet की रिकॉर्डिंग, डिफ़ॉल्ट रूप से एन्क्रिप्ट (सुरक्षित) होती हैं.
- डेटाग्राम ट्रांसपोर्ट लेयर सिक्योरिटी (DTLS) और सिक्योर रीयल-टाइम ट्रांसपोर्ट प्रोटोकॉल (SRTP) के लिए Meet, इंटरनेट इंजीनियरिंग टास्क फ़ोर्स (IETF) के सुरक्षा मानकों का पालन करता है. ज़्यादा जानें
- Meet का इस्तेमाल करना—Chrome, Mozilla® Firefox®, Apple Safari®, और नए Microsoft® Edge® ब्राउज़र पर Meet का इस्तेमाल करने के लिए, उपयोगकर्ताओं को किसी प्लग इन या सॉफ़्टवेयर को इंस्टॉल करने की ज़रूरत नहीं पड़ती. Meet पूरी तरह से ब्राउज़र में काम करता है. इससे Meet पर सायबर हमला होने की संभावना कम हो जाती है. साथ ही, उपयोगकर्ता की मशीनों पर बार-बार सुरक्षा पैच अपडेट करने की ज़रूरत भी नहीं पड़ती. मोबाइल डिवाइस के लिए, हमारी सलाह है कि आप Google Play (Android) या App Store (iOS) से Google Meet ऐप्लिकेशन इंस्टॉल करें. ज़्यादा जानें
- दो चरणों में पुष्टि—हम Meet के लिए, दो चरणों में पुष्टि (2एसवी) के एक से ज़्यादा विकल्प इस्तेमाल करने की सुविधा देते हैं. इनमें शामिल हैं: सुरक्षा कुंजियां, Google Authenticator, Google का अनुरोध, और मैसेज (एसएमएस).
- बेहतर सुरक्षा के लिए कार्यक्रम—Meet के उपयोगकर्ता, Google के 'बेहतर सुरक्षा के लिए कार्यक्रम' (एपीपी) में अपना नाम दर्ज करा सकते हैं. बेहतर सुरक्षा के लिए कार्यक्रम, फ़िशिंग और खाता हाइजैक होने के ख़िलाफ़ सबसे मज़बूत सुरक्षा की सुविधा देता है. इसे खास तौर पर ऐसे खातों के लिए बनाया गया है जिन पर सायबर हमले का खतरा ज़्यादा होता है. हमें अब तक ऐसा एक भी मामला नहीं मिला है जिसमें 'बेहतर सुरक्षा के लिए कार्यक्रम' में भाग लेने वाले लोग फ़िशिंग का शिकार हुए हों. यहां तक कि बार-बार निशाना बनाने पर भी उनके साथ फ़िशिंग नहीं हुई है. ज़्यादा जानें
- डेटा पर कंट्रोल—Google Cloud की एंटरप्राइज़ सेवाओं की अन्य सेवाओं की तरह ही Meet भी निजता से जुड़े दिशा-निर्देशों और डेटा सुरक्षा के कड़े नियमों का पालन करता है. ज़्यादा जानें
- Google Cloud (Meet की सुविधा देने वाला), विज्ञापन के लिए अपने ग्राहकों का डेटा इस्तेमाल नहीं करता. Google Cloud, ग्राहकों का डेटा तीसरे पक्ष को नहीं बेचता.
- ग्राहक का डेटा, ट्रांज़िट के दौरान एन्क्रिप्ट (सुरक्षित) किया जाता है. साथ ही, Google Drive में सेव की गई Meet की रिकॉर्डिंग, डिफ़ॉल्ट रूप से एन्क्रिप्ट (सुरक्षित) हो जाती हैं.
- Meet, उपयोगकर्ता की गतिविधियों को ट्रैक करने के लिए किसी सुविधा या सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल नहीं करता.
- पालन करना—Meet के साथ ही हमारे सभी उत्पादों की नियमित रूप से स्वतंत्र तौर पर पुष्टि की जाती है कि वे दुनिया भर के मानकों के हिसाब से सुरक्षा, निजता, और नियमों पर खरे उतरते हैं या नहीं. प्रमाणन और नियमों के पालन से जुड़ी पुष्टि या दुनिया भर के मानकों के हिसाब से उनकी ऑडिट रिपोर्ट की भी नियमित रूप से पुष्टि की जाती है. पूरी दुनिया से मिले प्रमाणपत्रों और सत्यापन की हमारी सूची यहां देखी जा सकती है.
- पारदर्शिता—हम ग्राहक डेटा से जुड़े किसी भी सरकारी अनुरोध का जवाब देने के लिए, एक सख्त प्रक्रिया अपनाते हैं. साथ ही, सरकार से किस तरह के और कितने अनुरोध मिले हैं, हम इसकी जानकारी Google Transparency Report में देते हैं. ज़्यादा जानें
डेटा से जुड़े मामलों की रोकथाम
- नेटवर्क और सिस्टम लॉग का अपने-आप होने वाला विश्लेषण—नेटवर्क ट्रैफ़िक और सिस्टम ऐक्सेस का अपने-आप होने वाला विश्लेषण, हमें बुरे बर्ताव, संदिग्ध या ऐसी गतिविधि का पता लगाने में मदद करता है जिसे मंज़ूरी न मिली हो. ऐसे मामलों की सूचना, Google के सुरक्षा स्टाफ़ को दी जाती है.
- परीक्षण—Google की सुरक्षा टीम, सुरक्षा जोखिमों को पता लगाने के लिए कई तरीकों का इस्तेमाल करती है. इनमें शामिल हैं, जोखिम की संभावना का पता लगाने वाले परीक्षण, क्वालिटी अश्योरेंस (QA) के उपाय, मैलवेयर गतिविधि की पहचान करने वाले सिस्टम, और सॉफ़्टवेयर की सुरक्षा से जुड़ी समीक्षाएं.
- अंदरूनी कोड समीक्षाएं—सोर्स कोड समीक्षा, जोखिम की छिपी हुई संभावना और डिज़ाइन की खामियों का पता लगाती है. अहम सुरक्षा सेटिंग लागू की गई हैं या नहीं, यह इसकी पुष्टि भी करती है.
- जोखिम का पता लगाने के लिए Google का इनाम कार्यक्रम—उपयोगकर्ता के डेटा की गोपनीयता या उसके रखरखाव को प्रभावित करने वाले संभावित तकनीकी जोखिमों का पता लगाने के लिए, कई बार बाहरी सुरक्षा शोधकर्ताओं की मदद ली जाती है. ये Google के ब्राउज़र एक्सटेंशन, मोबाइल, और वेब ऐप्लिकेशन में सुरक्षा से जुड़ी कमियों का पता लगाते हैं.
डेटा से जुड़े मामलों की पहचान
- किसी खास प्रॉडक्ट के लिए टूल और प्रक्रियाएं—जहां तक हो सके ऑटोमेटेड टूल का इस्तेमाल किया जाता है, ताकि Google को प्रॉडक्ट स्तर पर डेटा से जुड़े मामलों का पता लगाने में मदद मिले.
- इस्तेमाल से जुड़ी गड़बड़ी की पहचान करना—Google, सुरक्षित और अनियमित उपयोगकर्ता गतिविधि के बीच अंतर पता लगाने के लिए, मशीन लर्निंग सिस्टम के कई लेवल का इस्तेमाल करता है. इन्हें सभी ब्राउज़र, डिवाइस, ऐप्लिकेशन लॉगिन, और इस्तेमाल से जुड़े दूसरे इवेंट पर लागू किया जाता है.
- डेटा सेंटर और / या ऑफ़िस सेवाओं से जुड़ी सुरक्षा चेतावनियां—डेटा सेंटर में सुरक्षा चेतावनियां ऐसी घटनाओं को स्कैन करती हैं जो कंपनी के इन्फ़्रास्ट्रक्चर पर असर डाल सकती हैं.
डेटा से जुड़े मामलों पर कार्रवाई
- डेटा सुरक्षा से जुड़े मामले—Google, डेटा से जुड़े मामलों पर कार्रवाई करने के लिए एक विश्व स्तर के कार्यक्रम का इस्तेमाल करता है. इसकी मदद से, ये अहम काम किए जाते हैं
- डेटा से जुड़े मामलों का पता लगाना और उन्हें रोकने के लिए बेहतरीन मॉनीटरिंग सिस्टम, डेटा विश्लेषण, और मशीन लर्निंग सेवाओं का इस्तेमाल करना.
- डेटा से जुड़े मामले कैसे भी हों और कितने भी बड़े हों, उन पर कार्रवाई करने के लिए विशेषज्ञ असाइन करना.
- सार्वजनिक फ़ोरम पर मीटिंग के लिंक शेयर करते समय सावधान रहें.
- अगर किसी मीटिंग के स्क्रीनशॉट को सभी के साथ शेयर करना ज़रूरी हो, तो पक्का करें कि यूआरएल (ब्राउज़र के पता बार में मौजूद) को स्क्रीनशॉट से हटा दिया गया हो.
- अगर आप भरोसेमंद लोगों के ग्रुप को निजी मीटिंग के लिए Meet का न्योता भेजने चाहते हैं, तो Google Calendar का इस्तेमाल करें.
- पहचान करने के बाद ही नए लोगों को मीटिंग में शामिल होने की अनुमति दें.
- अगर आपको मीटिंग के दौरान लगे कि किसी का बर्ताव गलत है, तो मॉडरेटर सुरक्षा सेटिंग का इस्तेमाल करें. जैसे- किसी व्यक्ति को मीटिंग से हटाना या उसे म्यूट करना.
- हम मीटिंग के दौरान होने वाले बुरे बर्ताव की शिकायत करने के लिए, उपयोगकर्ताओं को बढ़ावा देते हैं.
- पासवर्ड, बैंक खाता या क्रेडिट कार्ड नंबर जैसी निजी जानकारी शेयर करते समय सावधान रहें. मीटिंग में अपने जन्मदिन के बारे में बताने से पहले भी सोच लें.
- खाता हैक होने से रोकने के लिए दो चरणों में पुष्टि की सुविधा चालू करें. इससे, आपका पासवर्ड किसी और को मिल जाने पर भी वह आपका खाता ऐक्सेस नहीं कर सकेगा.
- बेहतर सुरक्षा के लिए कार्यक्रम में नाम दर्ज कराने के बारे में सोचें. यह फ़िशिंग और खाता हाइजैक करने वालों के ख़िलाफ़ Google का बेहतरीन सुरक्षा उपाय है.
- सुरक्षा जांच की सुविधा का इस्तेमाल करें. आपको मनमुताबिक और कार्रवाई करने लायक सुरक्षा सुझाव देने के लिए, हमने यह सिलसिलेवार टूल बनाया है. इससे आपको Google खाते की सुरक्षा को बेहतर बनाने में मदद मिलती है.