Google में, हम समझते हैं कि विज्ञापन देने वालों के लिए, कन्वर्ज़न इवेंट डेटा कितना ज़रूरी और संवेदनशील है. इसलिए, हम Google Ads से मिले कन्वर्ज़न इवेंट डेटा की गोपनीयता और सुरक्षा को बनाए रखने में बहुत ज़्यादा सावधानी बरतते हैं. साथ ही, इस डेटा को सीमित तरीकों से इस्तेमाल करने बारे में साफ़ तौर पर जानकारी देते हैं.
Google, कन्वर्ज़न इवेंट डेटा का इस्तेमाल कैसे करता है
Google, आपके कैंपेन की परफ़ॉर्मेंस का पता लगाने के लिए कन्वर्ज़न इवेंट डेटा का इस्तेमाल करता है. इस डेटा को टारगेट सीपीए जैसी सुविधाओं और कन्वर्ज़न पर आधारित ऑटोमैटिक बिडिंग की रणनीति के लिए इनपुट की तरह इस्तेमाल किया जाता है. साथ ही, आपके ग्राहकों की वैल्यू के विश्लेषण और रिपोर्टिंग के अलावा, विज्ञापन देने वालों को फ़ायदा पहुंचाने के लिए भी यह डेटा इस्तेमाल होता है. Google की नीति के मुताबिक, Google के अंदर या बाहर, दोनों जगहों पर कन्वर्ज़न इवेंट डेटा को ऐक्सेस करना प्रतिबंधित है. जब तक कोई ऐडवर्टाइज़र हमें अनुमति नहीं दे देता, तब तक हम उसके कन्वर्ज़न इवेंट डेटा को किसी दूसरे ऐडवर्टाइज़र के साथ शेयर नहीं करते.
कन्वर्ज़न ट्रैक करने पर, कन्वर्ज़न डेटा आपकी रिपोर्ट में दिखता है. इसके आधार पर कैंपेन मैनेजमेंट से जुड़े बेहतर फ़ैसले लिए जा सकते हैं. कन्वर्ज़न डेटा वाली सभी रिपोर्ट को अपने Google Ads खाते और लिंक किए गए किसी भी मैनेजर खाते (एमसीसी) से ऐक्सेस किया जा सकता है.
Google, आपके कैंपेन की परफ़ॉर्मेंस को बेहतर बनाने के लिए भी कन्वर्ज़न इवेंट डेटा का इस्तेमाल कर सकता है. उदाहरण के लिए, Google, टारगेट सीपीए उपलब्ध कराता है. यह ऑटोमैटिक बिडिंग की रणनीति है जो पिछले कन्वर्ज़न डेटा के आधार पर बिड को अपने-आप ऑप्टिमाइज़ करती है, ताकि कुल आरओआई बढ़ाया जा सके. Google, कुछ खास कैंपेन की परफ़ॉर्मेंस को बेहतर करने के लिए, कन्वर्ज़न इवेंट डेटा का इस्तेमाल कर सकता है. इसके लिए, आपको ऑप्ट-इन करने की ज़रूरत नहीं होती है. उदाहरण; Google, ऐप्लिकेशन डाउनलोड होने की वजह से जनरेट हुए कन्वर्ज़न इवेंट डेटा का इस्तेमाल करके, उस उपयोगकर्ता को आपके ऐप्लिकेशन का विज्ञापन नहीं दिखाएगा जिसे उसने पहले ही इंस्टॉल कर लिया है.
Google, सिर्फ़ आपके उपयोगकर्ताओं का विश्लेषण करने और आपके ग्राहकों के बारे में उपयोगी रिपोर्ट मुहैया करने के लिए, आपके कन्वर्ज़न इवेंट का इस्तेमाल करता है. उदाहरण के लिए, Google आपके कन्वर्ज़न इवेंट का विश्लेषण करके यह बता सकता है कि किसी खास समय के दौरान आपके कितने नए ग्राहक बने.
Google Ads में कन्वर्ज़न ट्रैकिंग का इस्तेमाल करने के लिए, कन्वर्ज़न के साथ मॉनेटरी वैल्यू शेयर करने की ज़रूरत नहीं होती. कन्वर्ज़न टैग आपकी साइट के किसी भी पेज पर लगाए जा सकते हैं और वे डिफ़ॉल्ट तौर पर, मॉनेटरी वैल्यू के बजाय अलग-अलग कन्वर्ज़न इवेंट को मेज़र करते हैं. अगर विज्ञापन की परफ़ॉर्मेंस का आकलन करने या टारगेट आरओएएस बिडिंग में इस्तेमाल करने के लिए, कन्वर्ज़न के साथ मॉनेटरी वैल्यू भेजी जाती है, तो Google उस डेटा को सुरक्षित रखेगा. साथ ही, इस लेख में दी गई जानकारी के मुताबिक उस डेटा का इस्तेमाल करेगा.
ध्यान दें: स्मार्ट बिडिंग को यह पता नहीं होता है कि विज्ञापन देने वालों ने जो भी वैल्यू भेजी है उसका असल मतलब क्या है. हालांकि, Google को कन्वर्ज़न की जानकारी भेजते समय उनकी सही वैल्यू को छिपाया जा सकता है. हमारा सुझाव है कि कन्वर्ज़न की सही वैल्यू को छिपाने के लिए इस्तेमाल हुए तरीके को एक जैसा ही रखें उन्हें बार-बार न बदलें.
Google, एग्रीगेट किए गए कन्वर्ज़न इवेंट डेटा का इस्तेमाल करता है, ताकि विज्ञापन देने वालों को फ़ायदा मिल सके. उदाहरण के लिए, ऑटोमेटेड बिडिंग (बिड अपने-आप सेट होना) और स्मार्ट कीमत जैसी सुविधाएं अपनी क्वालिटी और सटीकता को पूरी तरह से बेहतर बनाने के लिए, विज्ञापन देने वाले के एग्रीगेट कन्वर्ज़न इवेंट डेटा पर निर्भर करती हैं. अगर कन्वर्ज़न ट्रैकिंग का इस्तेमाल किया जा रहा है और आपके प्रतिस्पर्धियों को इनमें से कुछ सुविधाओं से फ़ायदा मिल रहा है, तो यह हो सकता है कि कन्वर्ज़न ट्रैकिंग, क्लिक की लागत पर किसी और तरीके से असर डाल रही हो. Google, विज्ञापन देने वालों को पूरा फ़ायदा देने के लिए, संसाधन के रूप में कन्वर्ज़न इवेंट के आंकड़ों को पब्लिश भी कर सकता है. ये आंकड़े, विज्ञापन देने वालों से इकट्ठा किए जाते हैं.
कन्वर्ज़न ट्रैकिंग के लिए सुरक्षा और निजता
Google के सुरक्षा से जुड़े स्टैंडर्ड सख्त हैं. Google Ads सिर्फ़ उन साइटों और ऐप्लिकेशन का डेटा इकट्ठा करता है जिनमें आपने ट्रैकिंग को कॉन्फ़िगर किया हो.
कृपया पक्का करें कि उपयोगकर्ताओं को आपकी साइट, ऐप्लिकेशन, और अन्य प्रॉपर्टी पर इकट्ठा किए गए डेटा के बारे में साफ़ तौर पर पूरी जानकारी दी जा रही है. साथ ही, यह भी पक्का करें कि जहां कानूनी तौर पर या उपयोगकर्ता की सहमति से जुड़ी Google की किसी नीति के तहत ज़रूरी है वहां डेटा को इकट्ठा करने के लिए उपयोगकर्ता की सहमति ली गई है. Google की ऐसी नीतियों में ईयू उपयोगकर्ता की सहमति से जुड़ी नीति भी शामिल है.