ऑडियंस क्या है?
Google Analytics में, आपकी साइट और/या ऐप्लिकेशन के ऐसे उपयोगकर्ताओं के ग्रुप को ऑडियंस कहते हैं जिनका व्यवहार से जुड़ा डेटा एक जैसा हो या जो एक ही डेमोग्राफ़िक (उम्र, लिंग, आय, शिक्षा वगैरह) से जुड़े हों. इसके अलावा, जिन उपयोगकर्ताओं के लिए ज़्यादा जानकारी देने वाला डेटा एक जैसा होता है उनकी भी ऑडियंस बनाई जा सकती है. जैसे, समान उम्र समूह, समान लिंग वाले उपयोगकर्ता या एक ही कैंपेन से हासिल किए गए उपयोगकर्ता.
उदाहरण के लिए, हो सकता है कि आप उन सभी उपयोगकर्ताओं को लेकर एक ऑडियंस बनाना चाहें जिन्होंने किसी भी तरह की खरीदारी की हो (purchase
event_count > 0).
ऐसा हो सकता है कि आपको अपने कैंपेन के अहम लक्ष्यों को हासिल करने लिए, यह ऑडियंस बहुत बड़ी लगे. ऐसे में आपको अपने उपगोयकर्ताओं को, उनकी समान गतिविधियों और समान डेमोग्राफ़िक्स (उम्र, लिंग, आय, शिक्षा वगैरह) के हिसाब से, छोटे-छोटे ग्रुप में बांटकर ऑडियंस के तौर पर पहचान करनी चाहिए, जैसे:
- भारत के ऐसे उपयोगकर्ता जिन्होंने एक से पांच आइटम खरीदे
- दिल्ली, भारत के ऐसे उपयोगकर्ता जिन्होंने पिछले सात दिनों में एक से पांच आइटम खरीदे
- दिल्ली के ऐसे उपयोगकर्ता जिन्होंने पिछले सात दिनों में एक से पांच आइटम खरीदे. साथ ही, 100 डॉलर से ज़्यादा खर्च किए.
आपके पास, इकट्ठा किए गए किसी भी डेटा के आधार पर ऑडियंस बनाने और ज़रूरत के हिसाब से बडे़ या छोटे पैमाने पर ऑडियंस तय करने का विकल्प होता है. उदाहरण के लिए, धूप का चश्मा खरीदने वाले सभी उपयोगकर्ता या ब्लैक फ़्रेम के साथ नीले रिफ़्लेक्टिव लेंस खरीदने वाले सभी उपयोगकर्ता.
अगर कोई उपयोगकर्ता आपकी साइट या ऐप्लिकेशन पर आता है और उसके व्यवहार से जुड़ा और/या ज़्यादा जानकारी देने वाला डेटा आपकी किसी ऑडियंस की शर्तों को पूरा करता है, तो उपयोगकर्ता को उस ऑडियंस में जोड़ दिया जाता है. ऑडियंस में किस दर से उपयोगकर्ता इकट्ठा होते हैं, यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी साइट या ऐप्लिकेशन पर आने वाले उपयोगकर्ताओं में से कितने उपयोगकर्ता, तय की गई गतिविधि में शामिल होते हैं और/या कितने उपयोगकर्ताओं के व्यवहार से जुड़ा डेटा उस डेटा से मैच होता है जो आपकी ऑडियंस डेफ़िनिशन के मुताबिक है. जिस ऑडियंस को डिफ़ाइन करने में कम शर्तें लागू की जाती हैं उसमें ज़्यादा शर्तों वाली ऑडियंस के मुकाबले तेज़ी से उपयोगकर्ता इकट्ठा होते हैं.
डेटा उपलब्ध होने पर Analytics, ऑडियंस में 30 दिन तक का डेटा बैकफ़िल करता है. अगर आपके पास ऐसे उपयोगकर्ता हैं जो पिछले 30 दिनों के दौरान, आपकी ऑडियंस डेफ़िनिशन में फ़िट हुए हैं, तो आपकी ऑडियंस 24 से 48 घंटों में उपयोगकर्ताओं से भर जाएगी. साथ ही, पहले से जानकारी भरने के लिए एक और घंटा लगेगा. हर दिन के इवेंट को प्रोसेस होने में 24 घंटे लगते हैं.
ऑडियंस की मदद से क्या-क्या किया जा सकता है?
अपनी रिपोर्ट और विज्ञापन कैंपेन में ऑडियंस का इस्तेमाल किया जा सकता है.
रिपोर्टिंग
अगर आपने ऑडियंस बनाने के अलावा कुछ नहीं किया है, तो Analytics में इससे जुड़ी रिपोर्ट को खोलकर देखें कि उस ऑडियंस के कितने उपयोगकर्ता आपकी साइट या ऐप्लिकेशन पर आए, उन्होंने कितने मुख्य इवेंट और दर्शकों के जुड़ाव वाले सेशन जनरेट किए, और वे आपके कॉन्टेंट से जुड़ने के लिए किन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हैं.
अपनी रिपोर्ट में, तुलना करने के लिए ऑडियंस का इस्तेमाल किया जा सकता है. डाइमेंशन के तौर पर ऑडियंस का नाम चुनें. साथ ही, डाइमेंशन की वैल्यू के लिए, तय की गई ऑडियंस चुनें. ऐसा करने पर, एक तरह के डेटा के कॉन्टेक्स्ट में ऑडियंस की तुलना की जा सकती है. उदाहरण के लिए, क्या मुंबई के मेरे ग्राहकों ने, दिल्ली के मेरे ग्राहकों की तुलना में धूप के चश्मे ज़्यादा खरीदे? कहां के ग्राहकों ने सबसे महंगी चीज़ें खरीदीं?
एक्सप्लोरेशन मॉड्यूल में, ऑडियंस के नाम और पिछली ऑडियंस के नाम के डाइमेंशन का इस्तेमाल करके, इस बारे में ज़्यादा जाना जा सकता है कि तय की गई ऑडियंस को पाने के कौनसे तरीके ज़्यादा असरदार थे और उन्हें हासिल करने के बाद से कौनसी ऑडियंस आपके साथ जुड़ी रही. साथ ही, यह भी जाना जा सकता है कि उन उपयोगकर्ताओं ने आपके प्लान के मुताबिक आपके कॉन्टेंट और उन खास फ़नल के ज़रिए नेविगेट किया या नहीं.
विज्ञापन
अगर आपकी Analytics प्रॉपर्टी, Google Ads, Display & Video 360 या Search Ads 360 जैसे Google के विज्ञापन वाले प्रॉडक्ट से लिंक है, तो आपके पास अपनी Analytics ऑडियंस को उन प्रॉडक्ट के साथ शेयर करने की सुविधा है.
Analytics में, खरीदारी करने वाली ऑडियंस उस समय डिफ़ॉल्ट रूप से बन जाती है, जब आपके उपयोगकर्ता in_app_purchase
या purchase
इवेंट ट्रिगर करते हैं. इस ऑडियंस को लिंक किए गए किसी भी विज्ञापन प्रॉडक्ट के साथ शेयर किया जाता है.
Analytics और अपने विज्ञापन प्रॉडक्ट को लिंक करने और लोगों के हिसाब से विज्ञापन दिखाने की सुविधा चालू करने का विकल्प चुनने पर, आपकी ऑडियंस उन दूसरे प्रॉडक्ट में भी उपलब्ध हो जाती है. इस ऑडियंस का इस्तेमाल, उपयोगकर्ताओं को उनकी ऑनलाइन गतिविधियों के आधार पर विज्ञापन दिखाने के लिए किया जाता है. उदाहरण के लिए, उपयोगकर्ताओं को उन प्रॉडक्ट के रीमार्केटिंग विज्ञापन दिखाए जाते हैं जिन्हें उन्होंने आपकी साइट पर देखा तो है, लेकिन अभी तक खरीदा नहीं है.
जब आपकी ऑडियंस Google के विज्ञापन वाले प्रॉडक्ट में उपलब्ध होती है, तब इसका इस्तेमाल यह तय करने के लिए किया जा सकता है कि आपको अपने विज्ञापन किसे दिखाने हैं. उदाहरण के लिए, अगर आपकी ऑडियंस धूप का चश्मा खरीदने वाले उपयोगकर्ता हैं, तो जब भी उस ऑडियंस का कोई उपयोगकर्ता किसी ऐसी साइट या ऐप्लिकेशन को खोलेगा जिस पर आपका विज्ञापन दिख रहा है, तो आपका विज्ञापन अपने-आप बिडिंग में शामिल हो जाएगा, ताकि उपयोगकर्ता को दिख सके. इसकी मदद से, विज्ञापन के लिए तय किए गए आपके बजट को उन उपयोगकर्ताओं पर खर्च किया जा सकता है जिनकी आपके विज्ञापनों पर क्लिक करने की संभावना सबसे ज़्यादा होती है.
अनुमानित ऑडियंस
अनुमानित मेट्रिक के आधार पर, अनुमानित ऑडियंस में कम से कम एक शर्त होती है. Analytics आपके इकट्ठा किए गए डेटा को मॉडल करके, अनुमानित मेट्रिक जनरेट करता है. हालांकि, इसके लिए ज़रूरी है कि आपने ज़रूरत के मुताबिक डेटा इकट्ठा किया हो. साथ ही, Analytics यह अनुमान भी लगाता है कि आपके कौनसे उपयोगकर्ता खास तरीके से व्यवहार करेंगे. अनुमानित मॉडल, आपके डेटा का आकलन करके यह पता लगाते हैं कि कौनसे उपयोगकर्ता खरीदारी कर सकते हैं और कौनसे चर्न आउट यानी आपकी साइट या ऐप्लिकेशन का इस्तेमाल करना बंद कर सकते हैं. साथ ही, यह भी पता लगाया जा सकता है कि उपयोगकर्ता कितनी रेवेन्यू जनरेट कर सकते हैं.
अनुमानित ऑडियंस से आपको यह जानने में भी मदद मिलती है कि मार्केटिंग बजट को किस पर खर्च किया जाए - ऐसे किसी भी उपयोगकर्ता पर जिसने कभी खरीदारी की है या उन उपयोगकर्ताओं पर जो अगले सात दिनों में खरीदारी कर सकते हैं?
अगर Analytics आपकी प्रॉपर्टी के लिए अनुमानित मेट्रिक जनरेट कर रहा है, तो अपनी ऑडियंस बनाते समय उन मेट्रिक का इस्तेमाल किया जा सकता है. उदाहरण के लिए, "दिल्ली के उपयोगकर्ताओं को शामिल करें AND ऐसे उपयोगकर्ताओं को शामिल करें जो अगले सात दिनों में खरीदारी कर सकते हैं".
Analytics जिन अनुमानित मेट्रिक को जनरेट करता है उनका एक और फ़ायदा यह है कि उनका इस्तेमाल अनुमानित ऑडियंस जनरेट करने के लिए किया जाता है. उदाहरण के लिए, ऐसे उपयोगकर्ता जो सात दिन में खरीदारी कर सकते हैं और ऐसे उपयोगकर्ता जिनकी 28 दिनों में सबसे ज़्यादा खर्च करने की संभावना है. इनका इस्तेमाल इसी तरह या आपकी कस्टम ऑडियंस के मुताबिक किया जा सकता है.
अनुमानित मेट्रिक और अनुमानित ऑडियंस के बारे में ज़्यादा जानें