वीडियो में पेड प्रॉडक्ट प्लेसमेंट, प्रमोशन, स्पॉन्सरशिप या ऐसा दूसरा कॉन्टेंट शामिल किया जा सकता है जिसके बारे में दर्शकों को जानकारी देना ज़रूरी है. अगर इनमें से कुछ भी वीडियो में शामिल किया जाता है, तो आपको हमें इसकी जानकारी देनी होगी. इसके लिए, वीडियो की जानकारी में जाकर पैसे लेकर किया गया प्रमोशन वाला बॉक्स चुनना होगा.
पैसे लेकर किए जाने वाले सभी प्रमोशन, Google Ads की नीतियों और YouTube के कम्यूनिटी दिशा-निर्देशों के मुताबिक होने चाहिए. आप और आपके साथ काम करने वाले ब्रैंड, वीडियो में पैसे लेकर किए जाने वाले प्रमोशन की जानकारी देने के बारे में, स्थानीय और कानूनी जवाबदेही को समझने और उनका पालन करने के लिए ज़िम्मेदार हैं. इनमें, जानकारी कब ज़ाहिर करनी है, किस तरह करनी है, और किसके लिए करनी है जैसी जवाबदेही शामिल है.
Google Ads की नीतियों के मुताबिक, अपने वीडियो में यहां दिए गए प्रॉडक्ट और सेवाओं के लिए, पैसे लेकर प्रमोशन नहीं किया जा सकता:
- गैर-कानूनी प्रॉडक्ट और सेवाएं
- सेक्स या एस्कॉर्ट सेवाएं
- वयस्कों के लिए कॉन्टेंट
- मेल-ऑर्डर ब्राइड
- नशीली दवाएं
- डॉक्टर के पर्चे के बिना बेची जा रही दवाएं
- ऑनलाइन जुआ खेलने की साइटें, जिनकी Google या YouTube ने समीक्षा नहीं की है
- परीक्षा या टेस्ट में नकल करवाने वाली सेवाएं
- हैकिंग, फ़िशिंग, या स्पायवेयर
- विस्फोटक
- बेईमानी या गुमराह करने वाले कारोबार
यह नीति वीडियो, वीडियो के ब्यौरों, टिप्पणियों, लाइव स्ट्रीम, शॉर्ट वीडियो, और YouTube के अन्य प्रॉडक्ट या सुविधा पर लागू होती है. ध्यान दें कि ऊपर दी गई सूची में प्रॉडक्ट और सेवाओं के सिर्फ़ कुछ उदाहरण दिए गए हैं. अगर आपको लगता है कि किसी वीडियो से Google Ads की नीतियों का उल्लंघन हो सकता है, तो उसे पोस्ट न करें.
उदाहरण
यहां ऐसे कॉन्टेंट के कुछ उदाहरण दिए गए हैं जिन्हें YouTube पर पोस्ट करने की अनुमति नहीं दी जाती.
- शिक्षा से जुड़ा कॉन्टेंट लिखने वाली सेवा का पैसे लेकर किया जाने वाला प्रमोशन
- नकली पासपोर्ट बेचने या फ़र्ज़ी आधिकारिक दस्तावेज़ बनाने का तरीका बताने वाली वेबसाइट का पैसे लेकर किया जाने वाला प्रमोशन
- नकली क्रेडिट कार्ड नंबर जनरेट करने वाले सॉफ़्टवेयर का पैसे लेकर किया जाने वाला प्रमोशन
- कानूनी नियंत्रण वाली दवाओं को बिना डॉक्टर के पर्चे के बेचने वाली ऑनलाइन फ़ार्मेसी का पैसे लेकर किया जाने वाला प्रमोशन
अगर आपके कॉन्टेंट से नीति का उल्लंघन हो, तो क्या होगा
अगर आपका कॉन्टेंट हमारी नीतियों के मुताबिक न हो, तो हम उसे हटा देंगे और इसकी जानकारी देने के लिए आपको एक ईमेल भेजेंगे. अगर आपने पहली बार हमारे कम्यूनिटी दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किया है, तो आपके चैनल के ख़िलाफ़ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी. आपको बस एक चेतावनी दी जाएगी. इस चेतावनी को 90 दिनों के अंदर हटाने के लिए, नीति से जुड़ी ट्रेनिंग ली जा सकती है. हालांकि, अगर आपके कॉन्टेंट से 90 दिनों की अवधि में उसी नीति का दोबारा उल्लंघन होता है, तो आपके चैनल को मिली चेतावनी नहीं हटेगी और चैनल पर स्ट्राइक भी भेजी जाएगी. अगर ट्रेनिंग पूरी करने के बाद किसी दूसरी नीति का उल्लंघन किया जाता है, तो आपको एक और चेतावनी मिलेगी. हम आने वाले समय में, बार-बार उल्लंघन करने वालों को नीति से जुड़ी ट्रेनिंग लेने से रोक सकते हैं.
अगर आपके चैनल को तीन स्ट्राइक मिलती हैं, तो चैनल को बंद कर दिया जाएगा. YouTube पर कम्यूनिटी दिशा-निर्देशों के उल्लंघन की स्ट्राइक से जुड़ी बुनियादी बातें जानें.
इसके अलावा, अगर वीडियो में किसी ऐसे प्रॉडक्ट या सेवा का प्रमोशन किया जा रहा है जो सभी उम्र के लोगों के लिए सही नहीं है, तो हम उस वीडियो पर उम्र की पाबंदी लगा सकते हैं.
वीडियो के उन हिस्सों को पेड प्रॉडक्ट प्लेसमेंट कहते हैं जिन्हें पैसे लेकर किसी तीसरे पक्ष के लिए बनाया जाता है. तीसरे पक्ष के ब्रैंड, मैसेज या प्रॉडक्ट को वीडियो में सीधे तौर पर दिखाना भी पेड प्रॉडक्ट प्लेसमेंट के दायरे में आता है.
वीडियो को विज्ञापन देने वालों या क्रिएटर के खुद के ब्रैंड को प्रमोट करने के लिए बनाया जाता है. हालांकि, यह ज़रूरी है कि कॉन्टेंट से क्रिएटर और उसके खुद के ब्रैंड के बीच के संबंध की साफ़ तौर पर जानकारी न मिलती हो. प्रमोशन के लिए बने वीडियो में अक्सर जानकारी को इस तरह से दिखाया जाता है जिससे लोगों को लगे कि उन्हें जो बताया जा रहा है कि वह कॉन्टेंट क्रिएटर की अपनी राय है.
स्पॉन्सरशिप का मतलब है ऐसा कॉन्टेंट जिसे पूरे वीडियो या वीडियो के किसी हिस्से में दिखाने के लिए, तीसरे पक्ष की कोई कंपनी क्रिएटर को पैसे देती है. स्पॉन्सरशिप से आम तौर पर किसी तीसरे पक्ष के ब्रैंड, मैसेज या प्रॉडक्ट का प्रमोशन होता है. इसके लिए, उन्हें वीडियो में सीधे तौर पर शामिल नहीं किया जाता.
क्रिएटर्स और ब्रैंड को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि स्थानीय कानूनों के तहत, पैसे लेकर किए गए कुछ खास तरह के प्रमोशन की अनुमति है या नहीं. उदाहरण के लिए, यूके और ईयू में ऑडियोविज़ुअल मीडिया सर्विस डायरेक्टिव के तहत कुछ खास तरह के वीडियो को “बच्चों के कार्यक्रम” कैटगरी में रखा गया है. ऐसा हो सकता है कि इस कैटगरी में स्पॉन्सरशिप या पेड प्रॉडक्ट प्लेसमेंट शामिल करने पर पाबंदी हो.
- कंप्यूटर पर, YouTube Studio में साइन इन करें.
- बाईं ओर दिए गए सेक्शन से, वीडियो चुनें.
- उस वीडियो पर क्लिक करें जिसमें आपको बदलाव करना है.
- ज़्यादा विकल्प चुनें.
- “मेरे वीडियो में पैसे लेकर किया गया प्रमोशन शामिल है. जैसे- प्रॉडक्ट प्लेसमेंट, स्पॉन्सरशिप या एंडॉर्समेंट” के बगल में दिए गए बॉक्स पर क्लिक करें.
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सेव करें को चुनें.
कभी-कभी, पैसे लेकर किए गए प्रमोशन वाले वीडियो में हम आपके ब्रैंड पार्टनर के हितों से टकराव वाले विज्ञापन की जगह कोई और विज्ञापन चला सकते हैं. यह काम, विज्ञापन देने वालों को पूरा फ़ायदा पहुंचाने के लिए किया जाता है.
उदाहरण के लिए, मान लें कि आपने कंपनी A के लिए ब्रैंड और प्रॉडक्ट प्लेसमेंट वाला वीडियो अपलोड किया है. ऐसे में, उस वीडियो में कंपनी B को विज्ञापन स्पेस बेचना सही नहीं है.
अगर आपके वीडियो में पैसे लेकर किया गया प्रमोशन शामिल है, तो कुछ अधिकार क्षेत्रों और ब्रैंड पार्टनर के लिए यह ज़रूरी हो जाता है कि आप किसी भी ऐसे कारोबारी संबंध के बारे में दर्शकों को बताएं जिसकी वजह से आपको वीडियो में कोई बदलाव करना पड़ा. यह आपकी ज़िम्मेदारी है कि आप पैसे लेकर किए गए प्रमोशन पर लागू होने वाले कानूनों और नियमों के बारे में जानें और उनका पालन करें.
हां. जब भी क्रिएटर्स यह बताते हैं कि वीडियो में पैसे लेकर किए गए प्रमोशन शामिल हैं, तो उस वीडियो की शुरुआत में दर्शकों को इसकी जानकारी देने वाला एक मैसेज अपने-आप दिख जाता है. यह मैसेज उन्हें 10 सेकंड के लिए दिखता है. जानकारी देने वाले इस मैसेज से दर्शकों को यह पता चलता है कि वीडियो में पैसे लेकर किए गए प्रमोशन शामिल हैं. साथ ही, यह मैसेज लोगों को पेड प्रॉडक्ट प्लेसमेंट, स्पॉन्सरशिप, और प्रमोशन के बारे में जानकारी देने वाले इस पेज पर ले जाता है.
ध्यान रखें कि अलग-अलग अधिकार क्षेत्रों में, पैसे लेकर प्रमोशन करने वाले क्रिएटर्स और ब्रैंड के लिए अलग-अलग शर्तें हो सकती हैं. इन शर्तों को पूरा करने के लिए, आपको कुछ ज़्यादा काम करना पड़ सकता है. इसलिए, इन पर लागू कानूनों को देखकर उनका पालन ज़रूर करें.
अगर विज्ञापन देने वाला खास तौर पर आपके वीडियो पर अपने विज्ञापन दिखाना चाहता है, तो इसके लिए अपने पार्टनर मैनेजर के साथ मिलकर काम करें. तीसरे पक्ष से मिली स्पॉन्सरशिप को वीडियो में जोड़ने की हमारी नीतियों के बारे में ज़्यादा जानकारी देखें.
यह नीति, ब्रैंड के बनाए गए वीडियो या ब्रैंड के लिए बनाए गए वीडियो पर लागू नहीं होती. यह नीति, ब्रैंड के YouTube चैनल पर अपलोड किए गए वीडियो पर भी लागू नहीं होती.
- टाइटल कार्ड: ये पांच सेकंड या उससे कम समय के और स्टैटिक होने चाहिए. अगर ये वीडियो की शुरुआत (0:01 सेकंड) में रखे गए हैं, तो कार्ड को क्रिएटर के नाम/लोगो के साथ दिखाया जाना चाहिए.
- एंड कार्ड: वीडियो के आखिरी 30 सेकंड में रखे जाते हैं और ये स्टैटिक होने चाहिए.