हर व्यू की लागत (सीपीवी) बिड के बारे में जानकारी

अपने कैंपेन का सेट अप शुरू करने पर, वीडियो कैंपेन के लिए सीपीवी बिडिंग की रणनीति, इन लक्ष्यों के तहत उपलब्ध होती है:

  • प्रॉडक्ट और ब्रैंड में दिलचस्पी (सभी कैंपेन सब-टाइप में सीपीवी उपलब्ध है)
  • ब्रैंड जागरूकता और पहुंच (सिर्फ़ सिलसिलेवार विज्ञापन कैंपेन के सब-टाइप में सीपीवी उपलब्ध है)

सीपीवी बिडिंग का इस्तेमाल करने पर, आपको वीडियो व्यू या वीडियो इंटरैक्शन के लिए पेमेंट करना होगा. इंटरैक्शन में, कॉल-टू-ऐक्शन ओवरले पर मिलने वाले क्लिक, कार्ड, और वीडियो विज्ञापन के साथ दिखने वाले बैनर विज्ञापन शामिल हैं. एक व्यू तब गिना जाता है, जब कोई दर्शक आपका वीडियो विज्ञापन 30 सेकंड तक (या फिर अगर कुल समय 30 सेकंड से कम हो, तो पूरा वीडियो) देखता है या आपके वीडियो के साथ इंटरैक्ट करता है, इनमें से जो भी पहले हो.

ध्यान दें: रिपोर्टिंग में, हर व्यू की लागत वाली मेट्रिक में सिर्फ़ वह लागत शामिल होती हैं जो व्यू के लिए सही थीं. बंपर विज्ञापनों या स्किप न किए जा सकने वाले इन-स्ट्रीम विज्ञापनों जैसे कुछ विज्ञापन फ़ॉर्मैट को व्यू नहीं मिलते.

टेक्स्ट या इमेज वाले विज्ञापनों में, वेब पर मौजूद ग्राहक आपका विज्ञापन देख सकते हैं, उसका टेक्स्ट पढ़ सकते हैं, और आपके यूआरएल पर क्लिक करके सीधे आपकी साइट पर जा सकते हैं. इस तरह के इंटरैक्शन में, वीडियो विज्ञापनों जैसे इंटरैक्टिव कॉन्टेंट को शामिल नहीं किया जाता है. सीपीवी और वीडियो विज्ञापन रिपोर्टिंग की मदद से, यह पता लगाया जा सकता है कि आपके कॉन्टेंट में दर्शकों की कितनी दिलचस्पी है, वे आपके वीडियो कहां देखते हैं, और कब आपके वीडियो देखना छोड़ते हैं.

इस लेख में, सीपीवी बिड के काम करने का तरीका बताया गया है.

यह कैसे काम करती है

सीपीवी बिड सेट करने के लिए, कैंपेन (या विज्ञापन ग्रुप) सेट अप करते समय आपको वह सबसे ऊंची कीमत डालनी होती है जो हर बार आपका विज्ञापन देखे जाने पर आपकी तरफ़ से चुकाई जाएगी. आपकी बिड को आपकी ज़्यादा से ज़्यादा सीपीवी बिड या आसान भाषा में "मैक्स सीपीवी" कहा जाता है. विज्ञापन ग्रुप के सभी विज्ञापनों पर यह बिड लागू होती है.

उदाहरण

अगर आपको लगता है कि आपका विज्ञापन दिखाने के लिए 11.25 रुपये खर्च करना सही है, तो 11.25 रुपये को अपनी मैक्स सीपीवी बिड के तौर पर सेट करें. इसका मतलब है:

  • किसी इन-स्ट्रीम वीडियो विज्ञापन के लिए, जब कोई दर्शक आपका वीडियो विज्ञापन 30 सेकंड तक (या फिर अगर कुल समय 30 सेकंड से कम हो, तो पूरा वीडियो) देखता है या आपके वीडियो के साथ इंटरैक्ट करता है, इनमें से जो भी पहले हो उसके लिए आपको ज़्यादा से ज़्यादा 11.25 रुपये का पेमेंट करना होगा. इंटरैक्ट करने वाले एलिमेंट में कॉल-टू-ऐक्शन ओवरले (सीटीए), कार्ड, वीडियो विज्ञापन के साथ दिखने वाला बैनर विज्ञापन, और आपकी साइट या मोबाइल ऐप्लिकेशन के लिंक शामिल होते हैं.

  • इन-फ़ीड वीडियो विज्ञापन के लिए, जब कोई व्यक्ति वीडियो विज्ञापन के थंबनेल या शीर्षक पर क्लिक करेगा और वीडियो देखना शुरू करेगा, तो आपको ज़्यादा से ज़्यादा 11.25 रुपये चुकाने होंगे.

अपने इन-फ़ीड वीडियो विज्ञापनों के लिए, अपने इन-स्ट्रीम वीडियो विज्ञापनों के मुकाबले कम कीमत की बिड भी सेट की जा सकती है.

मैक्स सीपीवी बिड की कीमत तय करने का तरीका

यह पता लगाने का तरीका कि कितना मैक्स सीपीवी सेट करना चाहिए? कोई नया कैंपेन (या बाद में अपने विज्ञापन ग्रुप को मैनेज करने) बनाने के दौरान अपनी टारगेटिंग सेटिंग और मैक्स सीपीवी चुनते समय, हमारी तरफ़ से पहुंच के बारे में दिए गए अनुमान के डेटा के आधार पर, यह कीमत सेट की जा सकती है. इसे, अपने कारोबार से जुड़ी जानकारी और हर व्यू की कीमत की जानकारी के आधार पर भी सेट किया जा सकता है.

आपसे कितना शुल्क लिया जाता है

आपकी मैक्स सीपीवी बिड वह सबसे ज़्यादा कीमत है जो एक वीडियो व्यू के लिए आपसे ली जा सकती है. हालांकि, आपको हमेशा यह कीमत नहीं चुकानी होगी. जहां भी मुमकिन हो, हम आपसे सिर्फ़ उतना ही शुल्क लेंगे जो आपके विज्ञापन को पेज पर दिखाने के लिए ज़रूरी हो. किसी व्यू के लिए आपसे जो कीमत ली जाती है उसे असल सीपीवी कहते हैं.

असल सीपीवी आम तौर पर मैक्स सीपीवी से कम होता है. ऐसा इसलिए, क्योंकि ‘Google Ads नीलामी’ में आपको ज़्यादा से ज़्यादा उतना ही पैसा चुकाना होगा जितना आपसे ठीक नीचे वाले प्रतिस्पर्धी की विज्ञापन रैंक को मात देने के लिए ज़रूरी होगा.

आपकी तरफ़ से दिए जाने वाले असल सीपीवी पर दो एलिमेंट असर करते हैं: क्वालिटी स्कोर और विज्ञापन रैंक. आपका क्वालिटी स्कोर इस बात का पैमाना होता है कि आपका विज्ञापन किसी ग्राहक के लिए कितने काम का है और उसमें, देखे जाने की दर जैसे कई परफ़ॉर्मेंस फ़ैक्टर शामिल होते हैं. आपका क्वालिटी स्कोर तय होने के बाद, उसे आपकी मैक्स सीपीवी बिड से गुणा किया जाता है, ताकि आपके विज्ञापनों को अन्य विज्ञापनों की तुलना में रैंक किया जा सके. इसे विज्ञापन रैंक कहा जाता है.

सभी विज्ञापनों की रैंक तय होने के बाद, आपके विज्ञापन की असल सीपीवी तय की जाती है. यह आपके विज्ञापन के ठीक बाद वाले विज्ञापन की रैंक और आपके क्वालिटी स्कोर पर आधारित एक समीकरण से तय होती है.

सबसे ऊंची रैंक वाला विज्ञापन जीतता है और इस विज्ञापन के वीडियो व्यू की लागत (असल सीपीवी), इससे ठीक नीचे की रैंकिंग वाले विज्ञापन की सीपीवी बिड से कुछ ज़्यादा होगी.

उदाहरण

मान लीजिए आपका मैक्स सीपीवी 225 रुपये है और नीलामी में हिस्सा ले रहे, विज्ञापन देने वाले दो अन्य लोगों का क्वालिटी स्कोर आपके बराबर है. एक बिड की मैक्स सीपीवी 45 रुपये और दूसरी बिड की मैक्स सीपीवी 135 रुपये. मुकाबले में किसी अन्य विज्ञापन पर 225 रुपये से ज़्यादा की बिडिंग नहीं लगाई जा रही है, इसलिए आपकी बिड सबसे ऊंची है. हालांकि, आपके विज्ञापन के बाद दूसरी सबसे बड़ी बिड 135 रुपये की लगाई गई है, तो हम आपसे 225 रुपये का शुल्क नहीं लेंगे. हम आपसे 135.45 रुपये का शुल्क लेंगे. 135.45 रुपये आपका असल सीपीवी है.

सीपीवी से आपकी विज्ञापन रैंक पर क्या असर पड़ता है

मैक्स सीपीवी बिड आपके विज्ञापन के नीलामी में जीतने और दर्शकों के सामने उसके दिखने के अवसर बढ़ाने में मदद करती है. YouTube के खोज के नतीजों पर चलने वाले इन-फ़ीड वीडियो विज्ञापनों के लिए, यह खोज नतीजों के पेज पर दिखने वाले दूसरे विज्ञापनों के मुकाबले आपके विज्ञापन के क्रम पर भी असर डाल सकता है.

ऊंचे मैक्स सीपीवी की मदद से आपके विज्ञापन दिखने के अवसर बढ़ेंगे. साथ ही, अगर मुमकिन होगा, तो आपका विज्ञापन, अन्य विज्ञापनों के मुकाबले में बेहतर क्रम में दिखाया जा सकता है.

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