Google के सहायता केंद्र में दिए गए लेख, कई भाषाओं में अनुवाद किए गए हैं. हालांकि, अनुवाद की वजह से नीतियों के कॉन्टेंट में कोई बदलाव नहीं होता. नीतियों को लागू करने के लिए, आधिकारिक भाषा के तौर पर हम अंग्रेज़ी का इस्तेमाल करते हैं. इस लेख को किसी दूसरी भाषा में देखने के लिए, पेज के सबसे नीचे मौजूद भाषा के ड्रॉपडाउन मेन्यू का इस्तेमाल करें.
मांग बढ़ाने में मदद करने वाले कैंपेन में, ऑडियंस टारगेटिंग की सुविधाएं और लोगों का ध्यान खींचने वाले विज़ुअल फ़ॉर्मैट होते हैं. इनकी मदद से, Google फ़ीड में दिखने वाले अपने विज्ञापनों को ग्राहकों के हिसाब से और बेहतर बनाया जा सकता है. इससे ग्राहक के कार्रवाई करने की संभावना बढ़ जाती है. इस लेख में यह बताया गया है कि मांग बढ़ाने में मदद करने वाले विज्ञापन में ऐसेट (हेडलाइन, जानकारी या इमेज) इस्तेमाल करने की ज़रूरी शर्तें क्या हैं. इन शर्तों को पूरा करने के बाद ही मांग बढ़ाने में मदद करने वाले कैंपेन चलाए जा सकते हैं.
उपयोगकर्ता अपनी पसंद का नया कॉन्टेंट ब्राउज़ और एक्सप्लोर करने के लिए, यहां जाते हैं: YouTube होम पेज और अगला वीडियो फ़ीड पर, Google डिस्कवर पर, और Gmail के प्रमोशन और सोशल टैब पर. यह पक्का करने के लिए कि लोगों के हिसाब से बनाए गए Google फ़ीड पर उपभोक्ताओं को बेहतर विज्ञापन अनुभव मिले, मांग बढ़ाने में मदद करने वाले विज्ञापनों को Google Ads और लोगों के हिसाब से विज्ञापन दिखाने की सभी नीतियों का पालन करना होगा. इसके अलावा, हम मांग बढ़ाने में मदद करने वाले विज्ञापन की हर ऐसेट की समीक्षा करके पता लगाएंगे कि उनमें विज्ञापन से जुड़ी शर्तों को पूरा किया जा रहा है या नहीं. इन शर्तों की जानकारी यहां दी गई है. साथ ही, लोगों के हिसाब से विज्ञापन दिखाने और Google Ads की नीतियों में फ़र्क़ होने पर, इन शर्तों से ही यह तय किया जाएगा कि कौनसी नीति का पालन करना है. मांग बढ़ाने में मदद करने वाले विज्ञापनों के लिए शर्तें, अन्य प्लैटफ़ॉर्म पर विज्ञापन दिखाने की शर्तों की तुलना में ज़्यादा सख्त होती हैं. इसका मतलब है कि मांग बढ़ाने में मदद करने वाले विज्ञापनों के लिए अस्वीकार की गई ऐसेट, Google की अन्य प्रॉपर्टी पर इस्तेमाल की जा सकती हैं.
इन दिशा-निर्देशों का बार-बार और गंभीर उल्लंघन करने पर, डिस्कवरी और मांग बढ़ाने में मदद करने वाले कैंपेन के लिए, विज्ञापन दिखाने पर रोक लगाई जा सकती है. हम आपके अपलोड किए गए नए विज्ञापनों की नियमित तौर पर समीक्षा करेंगे और अगर विज्ञापन नीति के उल्लंघनों की संख्या कम होती है, तो आपको फिर से विज्ञापन दिखाने की मंज़ूरी मिल सकती है.
मांग बढ़ाने में मदद करने वाले विज्ञापनों के लिए शर्तें
पाबंदी वाली कैटगरी
बिक्री पर कानूनी नियंत्रण वाला सामानऐसी ऐसेट जिनमें बिक्री पर कानूनी नियंत्रण वाले सामान या चीज़ों को दिखाया गया हो या उनके रेफ़रंस हों, जैसे कि नशीली दवाएं और तंबाकू. इसमें इनके अलावा, और भी चीज़ें शामिल हो सकती हैं.
इनकी अनुमति है
- जिन ऐसेट में शराब दिखाई गई हो उन्हें मांग बढ़ाने में मदद करने वाले कैंपेन में इस्तेमाल किया जा सकता है
ऐसी ऐसेट जिनमें हथियारों या अपराध को बढ़ावा दिया गया हो या उनके रेफ़रंस वाली इमेज हों, जैसे कि विस्फोटक, पटाखों की बिक्री, चाकू, जेल, बंदूकों, अपराधियों या गिरफ़्तारियों की इमेज. इसमें इनके अलावा, और भी चीज़ें शामिल हो सकती हैं.
उदाहरण:
शर्तों के साथ अनुमति
- वीडियो गेम, टीवी शो, फ़िल्म वगैरह के किसी सीन को दिखाने या उनका रेफ़रंस देने वाली ऐसेट, जो ऊपर बताई गई पाबंदी वाली कैटगरी के तहत आती हों.
- ऐसी ऐसेट जो ऊपर बताई गई पाबंदी वाली कैटगरी के तहत आती हों या उनका रेफ़रंस देती हों. हालांकि, उनका मकसद हिंसा या अपराध को बढ़ावा देना नहीं होता. इनमें, रसोई और अन्य कामों में इस्तेमाल होने वाले चाकू, ऐतिहासिक आर्टफ़ैक्ट या हैलोवीन के कपड़ों के अलावा ऐसी और भी चीज़ें शामिल हो सकती हैं
ऐसी ऐसेट जिनमें कैश स्वीपस्टेक (एक तरह की लॉटरी) या कैश इनाम से जुड़ा कॉन्टेंट दिखाया गया हो. इसमें इनके अलावा, और भी चीज़ें शामिल हो सकती हैं:
गैर-कानूनी तरीके से दिया जाने वाला कैश इनाम
पैसे देकर कराए जाने वाले सर्वे और सवालों की सूचियां
- कैश स्वीपस्टेक (एक तरह की लॉटरी) या कैश इनाम
गलत कॉन्टेंट
ऐसी ऐसेट जिनमें सिर्फ़ वयस्कों के लिए बना कॉन्टेंट दिखाया गया हो या उसका रेफ़रंस दिया गया हो. इसमें इनके अलावा, और भी चीज़ें शामिल हो सकती हैं:
- सेक्शुअल ऐक्ट दिखाने वाला कॉन्टेंट
- शरीर के अंगों को ग़ैर-ज़रूरी तौर पर फ़ोकस किया गया हो
- सेक्शुअल मर्चंडाइज़ (प्रमोशन के लिए बेची जाने वाली चीज़ें) और इससे जुड़ा मनोरंजन
ऐसी ऐसेट जिनमें चीर-फाड़ वाली मेडिकल प्रोसेस को दिखाया गया हो
उदाहरण:
ऐसी ऐसेट जिनमें लोगों को असहज कर देने वाला कॉन्टेंट दिखाया गया हो, जैसे कि शरीर से निकलने वाला तरल पदार्थ और गंदगी. इसमें इनके अलावा, और भी चीज़ें शामिल हो सकती हैं
नेगेटिव इवेंट
ऐसी एसेट जिनमें ज़िंदगी के खास पड़ाव से जुड़े नेगेटिव इवेंट दिखाए गए हों. जैसे:
- तलाक, ब्रेक अप या परिवार से अलग होना, घर पर कब्ज़ा, वित्तीय परेशानियां, दुर्घटनाएं, और चोट लगना (खेल, पेशेवर/काम के दौरान और इलाज और सामान्य दुर्घटनाएं, चोट वगैरह) या वस्तुओं या प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचना ( निजी प्रॉपर्टी के साथ तोड़-फोड़ या उसका बर्बाद होना वगैरह). इसमें इनके अलावा, और भी चीज़ें शामिल हो सकती हैं
एसेट जिनमें ऐसे संकट दिखाए गए हों या उनका रेफ़रंस दिया गया है जो प्राकृतिक हों या जिनके लिए इंसान ज़िम्मेदार हो.
ऐसी एसेट जिनमें नशे की लत छुड़ाने के बारे में बताया गया हो या उसका रेफ़रंस दिया गया हो. इसमें रिहैब सेंटर और किसी बुरी लत से छुटकारा पाने में मदद करने वाले प्रॉडक्ट शामिल होते हैं.
ऐसी एसेट जिनमें मौत या मौत से जुड़ा कॉन्टेंट दिखाया गया हो. इसमें इनके अलावा, और भी चीज़ें शामिल हो सकती हैं:
- मरा हुआ व्यक्ति या जानवर
- श्मशान घाट, मुर्दाघर, कब्रिस्तान, समाधि या मकबरा
ऐसी एसेट जिनमें किसी को सदमे या दर्द वाले हालात में दिखाया गया हो. इसमें शोक मनाने या रोने के साथ-साथ, ऐसी और भी चीज़ें शामिल हो सकती हैं.
ऐसी एसेट जिनमें कॉन्टेंट को इस तरह से दिखाया गया हो कि लोगों पर उसका बुरा असर पड़े और जिसके गलत नतीजे निकल सकते हों.
ऐसी एसेट जिनमें लोगों के ख़िलाफ़ उनकी व्यक्तिगत विशेषताओं के आधार पर भेदभाव करने या भेदभाव को प्रोत्साहित करने वाला कॉन्टेंट दिखाया गया हो.
ऐसी एसेट जो अन्य प्लैटफ़ॉर्म के नियमों और शर्तों का उल्लंघन करने वाली कार्रवाइयों को बढ़ावा देती हों.
उदाहरण:
शर्तों के साथ अनुमति
- ऐसी एसेट जिनमें किसी श्मशान घाट, मुर्दाघर, कब्रिस्तान, मकबरा, स्मारक सेवा देने वाली कंपनियां, परिवार से जुड़े मामले और तलाक की प्रक्रिया से जुड़ी सेवाओं (वकील/कानूनी ऑफ़िस/सलाह), बीमा या इवेंट के लिए सहायता सेवाओं के साथ-साथ ऐसी और भी चीज़ों के बारे में बताया गया हो, बशर्ते इनमें किसी भी नेगेटिव इवेंट को न दिखाया गया हो
- ऐसी एसेट जिनमें वीडियो गेम, टीवी कार्यक्रम, फ़िल्म जैसे फ़िक्शन के सीन में ऐसे नेगेटिव इवेंट दिखाए गए हों या उनका रेफ़रंस दिया गया हो जो ऊपर बताई गई सूची में शामिल हैं.
डेटिंग से जुड़ी पाबंदियां: उपयोगकर्ताओं की निजी विशेषताएं
ऐसी एसेट जो उपयोगकर्ता की निजी विशेषताओं को हाइलाइट करके या उनका इस्तेमाल करके, डेटिंग या मैचमेकिंग की सेवाएं दिखाती हों या उनका रेफ़रंस देती हों. इन विशेषताओं में नस्ल, जातीय मूल, राष्ट्रीयता, धर्म, आयु, सेक्शुअल ओरिएंटेशन (यौन रुझान) वगैरह शामिल हैं.
गुमराह करने वाले विज्ञापन
ऐसी ऐसेट जिनमें मौजूद विज़ुअल एलिमेंट ऐसे फ़ंक्शन दिखा रहे हों जो असल में काम न करते हों. जैसे, “चलाएं” बटन, जिस पर क्लिक नहीं किया जा सकता.
ऐसी ऐसेट जो उपयोगकर्ताओं को उन विज्ञापनों पर क्लिक करने का बढ़ावा देती हों जिनमें सनसनी फैलाने वाली भाषा का इस्तेमाल किया गया हो, गुमराह करने वाले दावे हों या जान-बूझकर ज़रूरी जानकारी छिपा दी गई हो.
उदाहरण:
ऐसी ऐसेट जो समाचार के फ़ॉर्मैट में दिखने वाले विज्ञापन को प्रमोट करती हैं और उपयोगकर्ता को विज्ञापन पर क्लिक करने के लिए उकसाती हैं. इन ऐसेट से यह भी पता नहीं चलता कि विज्ञापन किसने दिया है.
ऐसी ऐसेट जिनमें बिना किसी कॉन्टेक्स्ट या बिज़नेस ऑफ़र के बीमा कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, चेक, और क्रेडिट कार्ड जैसी व्यक्तिगत पहचान से जुड़ी जानकारी का हवाला दिया जाता है.
ऐसी ऐसेट जिनमें किसी डेटिंग साइट का विज्ञापन करते हुए यह दिखाया जा रहा हो कि कोई व्यक्ति किसी उपयोगकर्ता से संपर्क करने की कोशिश कर रहा है या उससे मैच कर चुका है.
उदाहरण:
सेल्फ़ी इमेज
ऐसी एसेट जिनमें डेटिंग से जुड़े कॉन्टेंट के लिए सेल्फ़ी इमेज इस्तेमाल की गई हों.
उदाहरण:
ऐसी इमेज जो साफ़ नहीं है
धुंधली इमेजऐसी इमेज जो धुंधली हों या साफ़ न हों.
उदाहरण:
ऐसी इमेज जो दिखने में अजीबोगरीब या टेढ़ी-मेढ़ी हों, उल्टी, मॉर्फ़ की गई, ज़्यादा फ़िल्टर की गई या बिलकुल भी फ़ोकस में न हों. इसके अलावा, ऐसी इमेज जिनका रंग बदला गया हो, जिन पर वॉटरमार्क हों या जिनमें छेड़छाड़ की गई हो.
उदाहरण:
ऐसी इमेज जिन्हें सही से क्रॉप न किया गया हो या जिनमें क्रॉप किए जाने के बावजूद थोड़ा बहुत टेक्स्ट दिख रहा हो.
उदाहरण:
आपत्तिजनक भाषा
ऐसी एसेट (इमेज या वीडियो) जिनमें खराब या आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया हो. इनमें गाली-गलौज और अश्लील इशारे वगैरह शामिल हैं.
भ्रम की स्थिति बनाने वाले टेक्स्ट
ऐसी एसेट जिनमें प्लेसहोल्डर टेक्स्ट, अधूरे वाक्य, और खराब फ़ॉर्मैट, जैसे कि गै़र-ज़रूरी विराम चिह्न या कैपिटल लेटर का इस्तेमाल किया गया हो. इसके अलावा, ऐसी एसेट जिनमें आम तौर पर इस्तेमाल होने वाला व्याकरण या वर्तनी शामिल न हो और उससे एसेट के विषय को समझना मुश्किल हो.