सूचना

नए "मेरा AdMob पेज" की मदद से आपको अपने ऐप्लिकेशन के हिसाब से सुधार के सही सुझाव मिलेंगे और आप अपने खाते को बेहतर तरीके से मैनेज कर पाएंगे. साथ ही, आपको इस पेज से सभी ज़रूरी सेट अप पूरे करने में भी मदद मिलेगी.

जीडीपीआर की खास जानकारी और दिशा-निर्देश

आईएबी टीसीएफ़ का इस्तेमाल करके, Google के साथ काम करने वाले वेंडर के लिए इंटरऑपरेबिलिटी से जुड़े दिशा-निर्देश

 

IAB Europe ने पारदर्शिता और सहमति फ़्रेमवर्क का 2.0 वर्शन तैयार किया है. इसे IAB Tech Lab और इसकी सदस्य कंपनियों के साथ मिलकर बनाया गया है. टीसीएफ़ का 2.0 वर्शन, Google पर अब पूरी तरह काम करता है.

Google को टीसीएफ़ का 2.0 वर्शन अपनाने की ज़रूरत नहीं है. इस लेख में बताया गया है कि Google कैसे उन लोगों/कंपनियों के साथ इंटरऑपरेट करता है जिन्होंने टीसीएफ़ के 2.0 वर्शन को अपनाया है. साथ ही, Google कैसे उनके साथ इंटरऑपरेट नहीं करता जिन्होंने टीसीएफ़ के 2.0 वर्शन को नहीं अपनाया है.

रजिस्टर करने से पहले ये बातें जानें

अगर आप IAB टीसीएफ़ v2.0 के ज़रिए इंटिग्रेट कर रहे हैं, तो कृपया नीचे दी गई जानकारी की समीक्षा करके बताएं कि Google IAB टीसीएफ़ v2.0 की पारदर्शिता और सहमति (TC) स्ट्रिंग के कॉन्टेंट के मुताबिक, IAB टीसीएफ़ v2.0 के ज़रिए कैसे इंटरऑपरेट करेगा. Google इस जानकारी में समय-समय पर बदलाव कर सकता है.

इसे आसान तरीके से समझने के लिए, हम नीचे टीसीएफ़ v2.0 के ज़रिए इंटरऑपरेबिलिटी (जानकारी को कई सिस्टम के बीच आपस में शेयर करना और उस शेयर की गई जानकारी का इस्तेमाल करना) के कई पहलुओं को शामिल करने के लिए, “Google आपके साथ टीसीएफ़ v2.0 के ज़रिए काम करेगा” वाक्यांश का इस्तेमाल करते हैं. इसमें इनके अलावा और भी चीज़ें शामिल हो सकती हैं:

  • Google को मिलने वाले बोली अनुरोधों के मुताबिक बोली लगाना
  • Google का इस्तेमाल करके, बोली लगाने वालों को प्रकाशकों से मिले बोली अनुरोध भेजना
  • तीसरे पक्ष की विज्ञापन ट्रैकिंग और तीसरे पक्ष के विज्ञापन को दिखाने की अनुमति देना

Google की नीतियां

नीचे दी गई इंटरऑपरेबिलिटी सलाह का मकसद, Google की मौजूदा नीति की शर्तों, खास तौर से Google की ईयू उपयोगकर्ता की सहमति से जुड़ी नीति और पहचान के लिए फ़िंगरप्रिंट की सुविधा से जुड़ी हमारी नीतियों की शर्तों को दिखाना है (उदाहरण के लिए, जो हमारी तीसरे पक्ष के विज्ञापन दिखाने की शर्तों में शामिल हैं). कृपया ध्यान दें कि कुछ मामलों में हमारी नीतियां लागू होती रहती हैं और टीसीएफ़ v2.0 से ज़्यादा पाबंदी वाली होती हैं.

मकसद

नीचे दिए गए हर मकसद के लिए, Google आपके साथ टीसीएफ़ v2.0 के ज़रिए काम करे, इसके लिए TC स्ट्रिंग से यह पता चलना चाहिए कि उपयोगकर्ता ने सहमति दी है या कानूनी हित जताया गया है (जैसा लागू हो).

किसी डिवाइस में जानकारी को स्टोर और/या ऐक्सेस करना.

अगर आप कुकी, मोबाइल विज्ञापन पहचानकर्ता या अन्य लोकल डिवाइस के स्टोरेज का इस्तेमाल करते हैं और आपने मकसद 1 की सहमति के लिए रजिस्टर किया है, तो Google आपके साथ टीसीएफ़ v2.0 के ज़रिए काम करेगा.

कुछ अधिकार क्षेत्रों, जैसे कि जर्मनी में कुछ परिस्थितियों में, मकसद 1 के लिए प्रकाशक की ओर से सीएमपी के ज़रिए सहमति नहीं मांगी जा सकती. जब तक TC स्ट्रिंग इसे ठीक तरह से दिखाती है, तब तक उन परिस्थितियों में Google इंटरऑपरेट करेगा. हमारी ईयू उपयोगकर्ता की सहमति से जुड़ी नीति के मुताबिक, यह स्थिति कानूनी प्रावधानों और नियामक की बेहतर सलाह के मुताबिक बदली जा सकती है.

मूल विज्ञापन चुनना (मकसद 2)

अगर आपने मकसद 2 के लिए, 'सहमति', 'कानूनी हित', 'सहमति या कानूनी हित' या 'इस्तेमाल नहीं किया गया' के तौर पर रजिस्टर किया है, तो Google आपके साथ टीसीएफ़ v2.0 के ज़रिए काम करेगा.

मनमुताबिक विज्ञापन प्रोफ़ाइल बनाकर, मनमुताबिक विज्ञापन चुनना (मकसद 3 और 4)

अगर आपने मकसद 3 और 4 के लिए, 'सहमति' के तौर पर रजिस्टर किया है, तो Google आपके साथ टीसीएफ़ के 2.0 वर्शन के ज़रिए काम करेगा. यह सिलसिला तब तक जारी रहेगा, जब तक कि TC स्ट्रिंग से यह पता चलता रहे कि उपयोगकर्ता ने इन दोनों मकसद के लिए सहमति जताई है.

अगर आपने इन दोनों मकसद के लिए, 'इस्तेमाल नहीं किया गया' के तौर पर रजिस्टर किया है, तो भी Google टीसीएफ़ के 2.0 वर्शन के ज़रिए आपके साथ काम करेगा.

अगर आपने मकसद 3 और/या 4 के लिए, "कानूनी हित" के तौर पर रजिस्टर किया है:

  • अगर TC स्ट्रिंग से यह पता चलता है कि दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन बनाने (मकसद 3 और/या 4) की अनुमति 'कानूनी हित' के तहत दी गई है, तो Google आपके साथ टीसीएफ़ के 2.0 वर्शन के ज़रिए काम नहीं करेगा.
  • अगर TC स्ट्रिंग से यह पता चलता है कि दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन बनाने की अनुमति नहीं है, तो Google आपके साथ टीसीएफ़ के 2.0 वर्शन के ज़रिए काम करेगा.

अगर आपने मकसद 3 और/या 4 के लिए, 'कानूनी आधार के तौर पर सहमति या कानूनी हित' के लिए रजिस्टर किया है:

  • अगर प्रकाशक की ओर से पाबंदी नहीं लगाई गई है, तो Google आपके साथ टीसीएफ़ v2.0 के ज़रिए तब तक काम करेगा, जब तक कि आपका डिफ़ॉल्ट कानूनी आधार 'सहमति' है.
  • अगर प्रकाशक की ओर से पाबंदियां लगाई गर्ह हैं:
    • अगर प्रकाशक की ओर से यह पाबंदी लगाई गई है कि आप सहमति के मुताबिक काम करें, तो इस स्थिति में Google आपके साथ टीसीएफ़ v2.0 के ज़रिए काम करेगा.
    • अगर प्रकाशक की यह पाबंदी इसलिए लगाई गई है कि आप कानूनी हित के मुताबिक काम करें, तो इस स्थिति में Google आपके साथ टीसीएफ़ के 2.0 वर्शन के ज़रिए काम नहीं करेगा.

मनमुताबिक कॉन्टेंट प्रोफ़ाइल बनाकर, मनमुताबिक कॉन्टेंट चुनना (मकसद 5 और 6)

अगर आपने मकसद 5 और/या 6 के लिए, 'सहमति', 'कानूनी हित', 'सहमति या कानूनी हित' या 'इस्तेमाल नहीं किया गया' के तौर पर रजिस्टर किया है, तो Google आपके साथ टीसीएफ़ v2.0 के ज़रिए काम करेगा.

विज्ञापन की परफ़ॉर्मेंस को मापना (मकसद 7)

अगर आपने मकसद 7 के लिए, 'सहमति', 'कानूनी हित', 'सहमति या कानूनी हित' या 'इस्तेमाल नहीं किया गया' के तौर पर रजिस्टर किया है, तो Google आपके साथ टीसीएफ़ v2.0 के ज़रिए काम करेगा.

सामग्री की परफ़ॉर्मेंस मापना (मकसद 8)

Google आपके साथ टीसीएफ़ v2.0 के ज़रिए काम करेगा, अगर आपने मकसद 8 के लिए, 'सहमति', 'कानूनी हित', 'सहमति या कानूनी हित' या 'इस्तेमाल नहीं किया गया' के तौर पर रजिस्टर किया है.

ऑडियंस के बारे में अहम जानकारी जनरेट करने के लिए, मार्केट रिसर्च लागू करना (मकसद 9)

अगर आपने मकसद 9 के लिए, 'सहमति', 'कानूनी हित', 'सहमति या कानूनी हित' या 'इस्तेमाल नहीं किया गया' के तौर पर रजिस्टर किया है, तो Google आपके साथ टीसीएफ़ v2.0 के ज़रिए काम करेगा.

प्रॉडक्ट की जानकारी तैयार करना और बेहतर बनाना (मकसद 10)

अगर आपने मकसद 10 के लिए, 'सहमति', 'कानूनी हित', 'सहमति या कानूनी हित' या 'इस्तेमाल नहीं किया गया' के तौर पर रजिस्टर किया है, तो Google आपके साथ टीसीएफ़ v2.0 के ज़रिए काम करेगा.

खास मकसद

सुरक्षा पक्की करना, धोखाधड़ी रोकना, और डीबग करना (खास मकसद 1)

अगर आपने खास मकसद 1 के लिए, 'कानूनी हित' या 'इस्तेमाल नहीं किया गया' के तौर पर रजिस्टर किया है, तो Google आपके साथ टीसीएफ़ v2.0 के ज़रिए काम करेगा.

तकनीकी रूप से विज्ञापन या सामग्री डिलीवर करना (खास मकसद 2 )

अगर आपने खास मकसद 2 के लिए, 'कानूनी हित' या 'इस्तेमाल नहीं किया गया' के तौर पर रजिस्टर किया है, तो Google आपके साथ टीसीएफ़ v2.0 के ज़रिए काम करेगा.

सुविधाएं

ऑफ़लाइन डेटा स्रोतों का मिलान करना और उन्हें जोड़ना (सुविधा 1)

अगर आप सुविधा 1 के लिए रजिस्टर करते हैं, तो Google आपके साथ टीसीएफ़ v2.0 के ज़रिए काम करेगा. इसके लिए ज़रूरी है कि उपयोगकर्ता को सही जानकारी दी गई हो.

अलग-अलग डिवाइस को लिंक करना (सुविधा 2)

अगर आप सुविधा 2 के लिए रजिस्टर करते हैं, तो Google आपके साथ टीसीएफ़ v2.0 के ज़रिए काम करेगा. इसके लिए ज़रूरी है कि उपयोगकर्ता को सही जानकारी दी गई हो.

पहचान के लिए, डिवाइस की अपने-आप भेजी गई विशेषताएं पाना और भेजना (सुविधा 3)

अगर आपने सुविधा 3 के लिए रजिस्टर किया है, तो Google आपके साथ टीसीएफ़ के 2.0 वर्शन के ज़रिए काम करेगा. हालांकि, हम आपको याद दिलाना चाहेंगे कि हमारी नीतियों के मुताबिक, पहचान के लिए फ़िंगरप्रिंट की सुविधा की अनुमति नहीं है (उदाहरण के लिए, तीसरे पक्ष के विज्ञापन को दिखाने की शर्तें). साथ ही, हम चाहते हैं कि आप हमारी उन नीतियों का पालन करें जो कुछ मामलों में टीसीएफ़ के 2.0 वर्शन से ज़्यादा पाबंदी वाली हो सकती हैं. हमारे साथ काम करने पर इन नीतियों का पालन करना होगा.

हम सतर्कता के साथ अपनी नीतियां लागू करते हैं. साथ ही, अपने प्लैटफ़ॉर्म पर फ़िंगरप्रिंट का पता लगाने के लिए, हम टेक्नोलॉजी में लगातार निवेश कर रहे हैं.

विशेष सुविधाएं

भौगोलिक स्थान से जुड़े सटीक डेटा का इस्तेमाल' करना (खास सुविधा 1)

अगर आप इस सुविधा के लिए रजिस्टर करते हैं, तो Google आपके साथ टीसीएफ़ v2.0 के ज़रिए काम करेगा. इसके लिए ज़रूरी है कि उपयोगकर्ता को सही जानकारी दी गई हो और उपयोगकर्ता ने सही तरीके से खास सुविधा 1 का विकल्प चुना हो.

पहचान के लिए, डिवाइस की विशेषताओं को सतर्कता के साथ स्कैन करना (खास सुविधा 2)

अगर आपने खास सुविधा 2 के लिए रजिस्टर किया है, तो Google आपके साथ टीसीएफ़ के 2.0 वर्शन के ज़रिए काम करेगा. हालांकि, हम आपको याद दिलाना चाहेंगे कि हमारी नीतियों के मुताबिक, पहचान के लिए फ़िंगरप्रिंट की सुविधा की अनुमति नहीं है (उदाहरण के लिए, तीसरे पक्ष के विज्ञापन को दिखाने की शर्तें). साथ ही, हम चाहते हैं कि आप हमारी उन नीतियों का पालन करें जो कुछ मामलों में टीसीएफ़ के 2.0 वर्शन से ज़्यादा पाबंदी वाली हो सकती हैं. हमारे साथ काम करने पर इन नीतियों का पालन करना होगा.

मैक्रो के लिए ज़रूरी शर्तें

IAB टीसीएफ़ के 2.0 वर्शन को अपनाने के लिए, मैक्रो को क्रिएटिव के पिक्सल यूआरएल में जोड़ना ज़रूरी है. इससे यह जानकारी मिल सकेगी कि TC स्ट्रिंग को यूआरएल में कहां डाला जाएगा और भेजा जाएगा. साथ ही, यह भी पता लगाया जा सकेगा कि कौन से विक्रेता मौजूद हैं. 

Google के इंटिग्रेशन के बावजूद, टीसीएफ़ के 2.0 वर्शन रजिस्ट्रेशन से जुड़ी किसी भी सहायता के लिए, कृपया framework@iabeurope.eu पर IAB Europe को ईमेल करें.

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

दायरा

Google Ads के कौन से उत्पाद, IAB के पारदर्शिता और सहमति फ़्रेमवर्क (टीसीएफ़) के 2.0 वर्शन के साथ जुड़ रहे हैं?

IAB टीसीएफ़ के 2.0 वर्शन के साथ जुड़ना, तीसरे पक्ष की इन्वेंट्री पर लागू होगा. हालांकि, जिस इन्वेंट्री का मालिक और चलाने वाला Google है उन पर यह लागू नहीं होगा. हम अपने खुद के सहमति फ़्लो की मदद से, उस इन्वेंट्री के लिए सहमति लेते हैं जिसका मालिक और चलाने वाला Google हो.

ये उत्पाद IAB टीसीएफ़ के 2.0 वर्शन के साथ जोड़े जाएंगे:

  • Google Ad Manager
  • AdSense
  • AdMob
  • Google Analytics (Google Ads के उत्पादों को, एक साथ जोड़ने में इस्तेमाल की जाने वाली विज्ञापन सुविधाओं के लिए)
  • Google डिसप्ले विज्ञापन (इंटिग्रेटेड प्रॉपर्टी के लिए)
  • Display & Video 360 और Campaign Manager 360 (इंटिग्रेटेड प्रॉपर्टी के लिए)
  • Google Authorized Buyers
  • Funding Choices

समय

Google का जीवीएल आईडी क्या है और यह टीसीएफ़ फ़्रेमवर्क में कब दिखेगा?

Google का जीवीएल आईडी 755 है. Google को आधिकारिक तौर पर 23 जुलाई, 2020 को IAB की जीवीएल में शामिल किया गया है.
हालांकि, Google, जीवीएल में शामिल है, फिर भी जब तक हमारा इंटिग्रेशन लॉन्च नहीं होगा, तब तक हम TC स्ट्रिंग को पढ़ना और पास करना शुरू नहीं करेंगे. हमारी योजना है कि हम पूरे इंटिग्रेशन के लॉन्च की तारीख से दो हफ़्ते पहले धीरे-धीरे करके टीसीएफ की सेवा शुरू कर दें. इसकी तारीख 15 अगस्त, 2020 रखी गई है

इंटिग्रेशन के लिए ज़रूरी शर्तें

Google में रजिस्ट्रेशन के लिए ज़रूरी शर्तें क्या हैं?

आप इन दो तरीकों से Google के वेंडर की पहचान कर सकते हैं:
  1. वेंडर के तौर पर, Google में रजिस्ट्रेशन करना. कृपया वेंडर के तौर पर Google के रजिस्ट्रेशन के लिए, IAB टीसीएफ़ जीवीएल रजिस्ट्री (.JSON फ़ाइल) देखें. 
  2. वेंडर और प्रकाशकों के लिए, Google के साथ काम करने की ज़रूरी शर्तें. कृपया वेंडर के लिए, Google की इंटरऑपरेबिलिटी सलाह पर जाएं. 

क्या IAB टीसीएफ़ के 2.0 वर्शन का इस्तेमाल करने वाले प्रकाशक, उन वेंडर के साथ आगे भी काम कर सकते हैं जिन्होंने Google का इंटिग्रेशन पूरा होने के बाद भी जीवीएल पर रजिस्टर नहीं किया है?

हम विज्ञापन टेक्नोलॉजी से जुड़ी सेवा देने वाली उन कंपनियों की सहायता करना जारी रखेंगे जो हमारे प्लैटफ़ॉर्म पर प्रमाणित हैं, लेकिन "अन्य सहमति" के ज़रिए जीवीएल पर पंजीकृत नहीं हैं. यह टेक्नोलॉजी से जुड़ी एक ऐसी खास जानकारी है जिसे सीएमपी, Google के विज्ञापन टेक्नोलॉजी से जुड़ी सेवा देने वाली कंपनियों (एटीपी) को सहमति जताने वाले मैसेज से जोड़ने के लिए लागू कर सकते हैं.
सीएमपी को यह खास जानकारी, प्रकाशकों के लिए ज़रूर लागू करनी होगी, ताकि Google की एटीपी सूची में मौजूद उन वेंडर के साथ लगातार काम किया जा सके जो IAB जीवीएल में नहीं हैं.

किसी प्रकाशक को दर्शकों के हिसाब से विज्ञापन दिखाने के लिए, मकसद 3 (दर्शकों के हिसाब से विज्ञापन दिखाने के लिए प्रोफ़ाइल बनाना) और मकसद 4 (दर्शकों के हिसाब से दिखाए जाने वाले विज्ञापनों को चुनना) की सहमति लेना क्यों ज़रूरी है? कोई प्रकाशक किसी उपयोगकर्ता के लिए, दर्शकों के हिसाब से विज्ञापन दिखाना चाहता है, लेकिन उनके हिसाब से प्रोफ़ाइल नहीं बनाना चाहता, तो क्या होता है?

जीडीपीआर और ई-निजता निर्देश की ज़रूरतों के मुताबिक, अनुच्छेद 29 वर्किंग पार्टी के अलग-अलग मार्गदर्शन और डीपीए के साथ हमारी अपनी बातचीत के आधार पर, हम सही कानूनी आधार के बारे में तय नतीजे पर आए हैं. निजता नीति में, कानूनी आधार पर लागू होने के बारे में जानकारी के साथ-साथ प्रक्रिया और उसके दायरे की जानकारी भी दी गई है.
टीसीएफ़ से जुड़े मामलों में, Google ने सहमति के लिए ज़रूरी शर्तों में बदलाव नहीं किया है. Google के विज्ञापन प्लैटफ़ॉर्म के उत्पादों का इस्तेमाल करने वाले Google के ग्राहकों (जैसे कि प्रकाशक और विज्ञापन देने वाले लोग) के लिए, Google की ईयू उपयोगकर्ता की सहमति से जुड़ी नीति का पालन करना ज़रूरी है.
मकसद 3 और 4 के लिए, सहमत हुए बिना Google, दर्शकों के हिसाब से विज्ञापन नहीं दिखा पाएगा. खास तौर पर, अगर सिर्फ़ मकसद 4 की सहमति हो और मकसद 3 के लिए Google की सहमति नहीं हो, तो सिर्फ़ दर्शकों के हिसाब से न दिखाए जाने वाले विज्ञापन ही दिखाए जाएंगे. ये ज़रूरी शर्तें, Google ईयू उपयोगकर्ता की सहमति से जुड़ी हमारी मौजूदा नीति के मुताबिक हैं. इसमें बताया गया है:
आपको असली उपयोगकर्ताओं से कानूनी तौर पर सहमति लेनी चाहिए, ताकि:
  • जहां कानूनी तौर पर ज़रूरी हो वहां कुकी या कोई दूसरी लोकल स्टोरज का इस्तेमाल कर सकें [मकसद 1]; और
  • विज्ञापनों को दर्शकों के हिसाब से बनाने के लिए, निजी डेटा का संग्रह, उसे शेयर [मकसद 3], और उसका इस्तेमाल [मकसद 4] कर सकें.
Google Ad Manager के प्रकाशक, यूज़र इंटरफ़ेस में यह चुन सकते हैं कि उपयोगकर्ता की वेबसाइट पर आने/जाने के डेटा का इस्तेमाल, Google कर सकता है या नहीं. Google इस डेटा का इस्तेमाल करके, विज्ञापनों को टारगेट करने के लिए, उपयोगकर्ता की पसंदीदा कैटगरी बनाने में मदद कर सकता है. प्रकाशक इस सुविधा को अपने हिसाब से चालू या बंद कर सकते हैं. इन सेटिंग को बंद करने से, प्रकाशक और आरटीबी खरीदार को दर्शकों के हिसाब से दिखाए जाने वाले विज्ञापन दिखाने से नहीं रोका जाएगा. हालांकि, प्रकाशकों को मकसद 3 और 4 के लिए, सहमति लेनी ज़रूरी होगी.

अगर कोई प्रकाशक, टीसीएफ़ के 2.0 वर्शन को इंटिग्रेट नहीं करने का फ़ैसला लेता है और Google को सहमति भेजता है कि वह इस समय ऐसा कर भी रहा है, तो क्या होगा?

Google को टीसीएफ़ के 2.0 वर्शन के साथ इंटीग्रेट नहीं किया गया है. इसलिए, Google, 1.0 वर्शन की TC स्ट्रिंग को अनदेखा करता रहेगा जैसे कि वे वहां मौजूद ही न हों. 

पार्टनर के लिए, IAB टीसीएफ़ के 2.0 वर्शन का इस्तेमाल करना ज़रूरी नहीं है. वे हमारी नीतियों का पालन करने के लिए, दूसरे तरीकों का इस्तेमाल करते रह सकते हैं. 

  • विज्ञापन टेक्नोलॉजी से जुड़ी सेवा देने वाली कंपनियों का वह नियंत्रण, आगे भी काम करना जारी रखेगा जो हमने पिछले साल Ad ManagerAdSense, और AdMob पर प्रकाशकों के लिए लॉन्च किया था. 
  • जब IAB का पालन करने वाले उनके सीएमपी को सेट अप करने और यह चुनने के दौरान कि वे विज्ञापन टेक्नोलॉजी से जुड़ी सेवा देने वाली किन कंपनियों (एटीपी) के साथ काम करना चाहते हैं, तो Google के साथ कमाई करने वाले प्रकाशक, IAB की ग्लोबल वेंडर लिस्ट और Google की एटीपी सूची, दोनों में से कोई भी आईडी चुन सकते हैं. साथ ही, उस आईडी को सीएमपी की अन्य सहमति को लागू करने के लिए भी चुना जा सकता है. अगर कुछ वेंडर, IAB जीवीएल पर मौजूद नहीं हैं, लेकिन हमारी विज्ञापन टेक्नोलॉजी से जुड़ी सेवा देने वाली कंपनियों के नियंत्रण में उपलब्ध हैं, तो प्रकाशक उन विज्ञापन टेक्नोलॉजी से जुड़ी सेवा देने वाली कंपनियों के साथ काम करना जारी रख सकते हैं.
हम सिर्फ़ उन विज्ञापन टेक्नोलॉजी से जुड़ी सेवा देने वाली कंपनियों की सहायता करेंगे जो हमारी सर्टिफ़िकेशन की प्रक्रिया में अब भी मौजूद हैं. साथ ही, वेंडर को प्रोग्राम के तौर पर, विज्ञापन चलाने के लिए प्रमाणित होना भी ज़रूरी है. हमारी सर्टिफ़िकेशन की प्रक्रिया हमेशा खुली रहती है. अगर IAB की ग्लोबल वेंडर सूची में वे वेंडर मौजूद हैं जो हमारे एटीपी कंट्रोल में नहीं हैं, तो उन्हें यह सुविधा नहीं मिलेगी.

क्या एएमपी, IAB टीसीएफ़ के साथ इंटिग्रेट हो रहा है?

एएमपी, IAB टीसीएफ़ के 1.0 वर्शन और 2.0 वर्शन, और IAB अमेरिका की निजता स्ट्रिंग के साथ-साथ पारदर्शिता और सहमति फ़्रेमवर्क के साथ काम करता है. कृपया सहमति देने वाले मैनेजमेंट प्लैटफ़ॉर्म (सीएमपी) और विज्ञापन नेटवर्क वाले एएमपी सहायता केंद्र पर संपर्क करें. एएमपी/विज्ञापन नेटवर्क से मिलने के बाद, एएमपी उन स्ट्रिंग को पढ़ेगा और पास करेगा जो फ्रे़मवर्क (IAB टीसीएफ़ का 1.0 वर्शन, टीसीएफ़ का 2.0 वर्शन, और IAB अमेरिका की निजता वाली स्ट्रिंग) की तरफ़ से पास की गई हैं. एएमपी और सहमति के बारे में ज़्यादा जानें

क्या यह उपयोगी था?

हम उसे किस तरह बेहतर बना सकते हैं?
true
Show your support to promote DEI in Gaming by turning intentions into action!

Check out the newly launched Diversity in Gaming website, where you can find video stories and written pledges from global gaming developers. This campaign centers on 3 pillars: diverse teams, diverse games and diverse audiences showing how diversity is not just good for gamers, but for business as well. Show your support by taking the pledge to promote DEI in Gaming and share it on social!

Learn More

खोजें
खोज हटाएं
खोज बंद करें
मुख्य मेन्यू
10235513259553034824
true
खोज मदद केंद्र
true
true
true
true
true
73175
false
false