YPP पार्टनर, Shorts फ़ीड में शॉर्ट वीडियो के बीच दिखने वाले विज्ञापनों से कमाई कर सकते हैं. रेवेन्यू के बंटवारे का यह नया मॉडल, YouTube Shorts Fund की जगह आया है.
इस लेख में आपको क्या जानकारी मिलेगी
इस लेख में, इन चीज़ों के बारे में बताया गया है:
- YouTube Shorts से कमाई करने की सुविधा पर लागू होने वाली नीतियां
- ऐसे विज्ञापन फ़ॉर्मैट जो शॉर्ट वीडियो से मिलने वाले रेवेन्यू के बंटवारे की ज़रूरी शर्तें पूरी करते हैं
- Shorts फ़ीड में दिखने वाले विज्ञापनों से मिलने वाले रेवेन्यू का बंटवारा कैसे किया जाता है
- Shorts फ़ीड में दिखने वाले विज्ञापनों से मिला रेवेन्यू कहां दिखता है
- YouTube Shorts से कमाई करने के बारे में ज़्यादा जानें
YouTube Shorts से कमाई करने की सुविधा पर लागू होने वाली नीतियां
अगर आपने YouTube से कमाई करने की सुविधा चालू की है, तो यह ज़रूरी है कि आपका चैनल, YouTube पर चैनल से कमाई करने की नीतियों के साथ-साथ, किसी कॉन्टेंट को बार-बार दिखाने और उसे दोबारा इस्तेमाल करने से जुड़ी नीतियों का पालन करता हो. आपको इन नीतियों और शर्तों का भी ध्यान रखना होगा: YouTube के कम्यूनिटी दिशा-निर्देश, सेवा की शर्तें, कॉपीराइट, और Google AdSense program की नीतियां.
Shorts फ़ीड में दिखने वाले विज्ञापनों से मिलने वाले रेवेन्यू के बंटवारे की सुविधा चालू करना
Shorts फ़ीड में दिखने वाले विज्ञापनों से मिलने वाले रेवेन्यू का बंटवारा करने के लिए, YPP पार्टनर को Shorts से कमाई करने का मॉड्यूल स्वीकार करना होगा. इस मॉड्यूल में, Shorts फ़ीड में दिखने वाले विज्ञापनों और YouTube Premium की सदस्यता से मिलने वाले रेवेन्यू की शर्तें शामिल हैं. Shorts फ़ीड में दिखने वाले विज्ञापनों से मिलने वाले रेवेन्यू का बंटवारा, आपके चैनल के उन शॉर्ट वीडियो पर मिले व्यू के हिसाब से किया जाएगा जो इस मॉड्यूल की ज़रूरी शर्तें पूरी करते हों. यह मॉड्यूल, इसे स्वीकार किए जाने वाले दिन से लागू होगा. Shorts से कमाई करने का मॉड्यूल स्वीकार करने से पहले आपके शॉर्ट वीडियो पर मिले व्यू, Shorts फ़ीड में दिखने वाले विज्ञापनों से मिलने वाले रेवेन्यू के बंटवारे के दायरे में नहीं आएंगे.
विज्ञापन दिखाने के लिए सही वीडियो
वीडियो पर दिखने वाले विज्ञापनों से कमाई करने के लिए ज़रूरी है कि हर वीडियो में, विज्ञापन देने वालों के लिहाज़ से अच्छे वीडियो बनाने के दिशा-निर्देशों का पालन किया गया हो. Shorts से मिलने वाले रेवेन्यू के बंटवारे की सुविधा के दायरे में उन शॉर्ट वीडियो के व्यू आते हैं जो विज्ञापन देने वालों के लिहाज़ से अच्छे वीडियो बनाने के दिशा-निर्देशों के मुताबिक होते हैं.
ऐसे शॉर्ट वीडियो जिन पर मिले व्यू से कमाई नहीं की जा सकती
पेमेंट का हिसाब लगाने के लिए YouTube, रेवेन्यू के बंटवारे की ज़रूरी शर्तें पूरी न करने वाले शॉर्ट वीडियो पर मिले व्यू की गिनती नहीं करेगा. यहां उन शॉर्ट वीडियो के बारे में बताया गया है जिन पर मिले व्यू की गिनती, हो सकता है कि रेवेन्यू के बंटवारे के लिए न की जाए:
- ऐसे शॉर्ट वीडियो जो ओरिजनल नहीं हैं. जैसे, दूसरों की फ़िल्मों या टीवी शो से ली गई क्लिप को बिना किसी बदलाव के इस्तेमाल करना, दूसरे क्रिएटर्स के कॉन्टेंट को YouTube या अन्य प्लैटफ़ॉर्म से लेकर दोबारा अपलोड करना या कोई ओरिजनल कॉन्टेंट जोड़े बिना कॉन्टेंट कंपाइल करके शॉर्ट वीडियो अपलोड करना
- वे शॉर्ट वीडियो जिन पर गलत या फ़र्ज़ी तरीके से व्यू बढ़ाए गए हों, जैसे कि अपने-आप जनरेट होने वाले क्लिक या स्क्रोल बॉट का इस्तेमाल करके व्यू बढ़ाना
- उन शॉर्ट वीडियो पर मिले व्यू जो विज्ञापन देने वालों के लिहाज़ से अच्छे वीडियो बनाने के दिशा-निर्देशों का पालन न करते हों
ऐसे विज्ञापन फ़ॉर्मैट जो शॉर्ट वीडियो से मिलने वाले रेवेन्यू के बंटवारे की ज़रूरी शर्तें पूरी करते हैं
Shorts फ़ीड में शॉर्ट वीडियो के बीच दिखने वाले विज्ञापनों से मिले रेवेन्यू का बंटवारा किया जाता है. क्रिएटर्स को उनके शॉर्ट वीडियो पर मिले व्यू के आधार पर, Shorts फ़ीड में दिखने वाले विज्ञापनों से मिलने वाले रेवेन्यू का एक हिस्सा मिलता है. यह सुविधा, लंबी अवधि के वीडियो से कमाई करने की सुविधा से अलग है.
Shorts फ़ीड में दिखने वाले विज्ञापनों से मिलने वाले रेवेन्यू का बंटवारा कैसे किया जाता है
नया: Shorts पर दिखने वाले विज्ञापनों से होने वाले रेवेन्यू का बंटवारा
Shorts से कमाई करने का मॉड्यूल स्वीकार करने वाले YPP पार्टनर ही, Shorts फ़ीड में दिखने वाले विज्ञापन से कमाई कर पाएंगे.
Shorts फ़ीड में दिखने वाले विज्ञापनों से मिलने वाले रेवेन्यू का बंटवारा करने के चार चरण ये हैं:
- Shorts फ़ीड में दिखने वाले विज्ञापनों से मिले रेवेन्यू को इकट्ठा करना. हर महीने, Shorts फ़ीड में शॉर्ट वीडियो के बीच दिखने वाले विज्ञापनों से मिले रेवेन्यू को एक साथ जोड़ा जाएगा. इसमें से Shorts क्रिएटर्स को उनका हिस्सा दिया जाएगा. साथ ही, इस रेवेन्यू से संगीत के लाइसेंस का शुल्क भी चुकाया जाएगा.
- क्रिएटर पूल का हिसाब लगाना. Shorts फ़ीड में दिखने वाले विज्ञापनों से मिले रेवेन्यू का एक हिस्सा, क्रिएटर पूल में जोड़ दिया जाएगा. यह हिस्सा, YPP में शामिल क्रिएटर्स के सभी शॉर्ट वीडियो पर मिले व्यू और उनमें इस्तेमाल किए गए संगीत के आधार पर तय किया जाएगा.
- अगर YPP क्रिएटर ने बिना किसी संगीत के शॉर्ट वीडियो अपलोड किया है, तो उस वीडियो के व्यू से मिले पूरे रेवेन्यू को क्रिएटर पूल में जोड़ दिया जाएगा.
- अगर YPP क्रिएटर ने किसी संगीत का इस्तेमाल करके शॉर्ट वीडियो अपलोड किया है, तो YouTube उस वीडियो के व्यू से मिले रेवेन्यू को क्रिएटर पूल और म्यूज़िक पार्टनर के बीच बांटेगा. यह बंटवारा, वीडियो में इस्तेमाल किए गए ट्रैक की संख्या के आधार पर होगा.
- क्रिएटर पूल में मौजूद रेवेन्यू का हिस्सा तय करना. क्रिएटर पूल में मौजूद कुल रेवेन्यू का एक हिस्सा YPP क्रिएटर्स को दिया जाता है. यह इस आधार पर तय होता है कि हर देश में YPP क्रिएटर्स के शॉर्ट वीडियो पर मिले कुल व्यू में से, किसी क्रिएटर के शॉर्ट वीडियो पर कितने व्यू मिले हैं. उदाहरण के लिए, अगर YPP क्रिएटर्स के सभी शॉर्ट वीडियो पर मिले कुल व्यू में से, किसी क्रिएटर के शॉर्ट वीडियो पर पांच प्रतिशत व्यू मिले हैं, तो उसे क्रिएटर पूल में मौजूद रेवेन्यू का पांच प्रतिशत हिस्सा दिया जाएगा.
- रेवेन्यू का बंटवारा करना. क्रिएटर पूल में जोड़े गए कुल रेवेन्यू का 45 प्रतिशत, YPP क्रिएटर्स को मिलेगा. इस बात से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता कि उनके वीडियो में संगीत इस्तेमाल हुआ है या नहीं.
क्रिएटर पूल में ये रेवेन्यू नहीं जोड़े जाएंगे:
- वैसे क्रिएटर्स के शॉर्ट वीडियो पर आए व्यू से मिला रेवेन्यू जिन्होंने Shorts से कमाई करने का मॉड्यूल अब तक स्वीकार नहीं किया है या जिनका शॉर्ट वीडियो, कमाई करने की ज़रूरी शर्तें पूरी नहीं करता है. इस रेवेन्यू का इस्तेमाल, संगीत के लाइसेंस का शुल्क चुकाने के लिए किया जाएगा और/या इसे YouTube अपने पास रखेगा.
- म्यूज़िक पार्टनर के शॉर्ट वीडियो पर आए व्यू से मिला रेवेन्यू.
- ज़रूरी शर्तें पूरी न करने वाले शॉर्ट वीडियो पर आए व्यू से मिला रेवेन्यू.
- शॉर्ट वीडियो देखे जाने से पहले, Shorts फ़ीड खोलने पर दिखने वाले विज्ञापनों से मिलने वाला रेवेन्यू. उदाहरण के लिए, YouTube Shorts मास्टहेड.
- Shorts प्लेयर में नेविगेशन पेजों पर दिखने वाले विज्ञापनों से मिलने वाला रेवेन्यू.
रेवेन्यू के बंटवारे को एक उदाहरण से समझें
शॉर्ट वीडियो से मिलने वाले रेवेन्यू के बंटवारे को समझने के लिए, यह काल्पनिक उदाहरण देखें.
काल्पनिक उदाहरण
मान लें कि YPP क्रिएटर के तौर पर, आपने एक संगीत ट्रैक का इस्तेमाल करके कोई शॉर्ट वीडियो अपलोड किया. ऐसे में, आपके शॉर्ट वीडियो से देश A में इस महीने हुई कमाई का हिसाब यहां बताए गए तरीके से लगाया जाएगा.
- देश A में सभी शॉर्ट वीडियो पर कुल 10 करोड़ व्यू मिले हैं. ये सभी व्यू, YPP क्रिएटर्स के शॉर्ट वीडियो पर मिले हैं.
- Shorts फ़ीड में शॉर्ट वीडियो के बीच दिखने वाले विज्ञापनों से कुल 1,00,000 डॉलर की कमाई हुई है.
- इनमें से 20 प्रतिशत शॉर्ट वीडियो में एक संगीत ट्रैक का इस्तेमाल किया गया है. इसलिए, क्रिएटर पूल में 90,000 डॉलर जोड़े जाएंगे. 10,000 डॉलर का इस्तेमाल, संगीत के लाइसेंस का शुल्क चुकाने के लिए किया जाएगा.
- आपके शॉर्ट वीडियो पर 10 लाख व्यू मिले हैं. इसलिए, आपको क्रिएटर पूल में मौजूद रेवेन्यू का एक प्रतिशत हिस्सा मिलेगा, यानी आपके हिस्से में 900 डॉलर आएंगे. क्रिएटर पूल से आपको मिलने वाले रेवेन्यू पर, आपके शॉर्ट वीडियो में इस्तेमाल किए गए ट्रैक का कोई असर नहीं पड़ेगा.
- आपको मिलने वाले रेवेन्यू के कुल हिस्से में से 45 प्रतिशत आपके पास रहेगा. इसका मतलब है कि आपने देश A में अपने शॉर्ट वीडियो से 405 डॉलर कमाए.
शॉर्ट वीडियो में तीसरे-पक्ष का कॉन्टेंट इस्तेमाल करना
कुछ मामलों में, जब किसी तीसरे-पक्ष का कॉन्टेंट इस्तेमाल करके या अन्य क्रिएटर्स का कॉन्टेंट रीमिक्स करके शॉर्ट वीडियो बनाया जाता है, तो क्रिएटर पूल का हिसाब लगाने और YPP क्रिएटर्स को रेवेन्यू में हिस्सा देने के लिए, शॉर्ट वीडियो पर मिले व्यू को उसे अपलोड करने वाले क्रिएटर और कॉन्टेंट के कॉपीराइट का अधिकार रखने वाले तीसरे-पक्ष के लोगों या इकाइयों (शॉर्ट वीडियो में इस्तेमाल किए गए अन्य कॉन्टेंट के मालिक) के बीच बांटा जाता है. इसका तरीका इन नीतियों में बताया गया है. इन नीतियों में बदलाव किया जा सकता है. इन बदलावों के बारे में आपको जानकारी दे दी जाएगी.
- तीसरे-पक्ष के कॉन्टेंट का इस्तेमाल करने से, क्रिएटर पूल पर क्या असर पड़ता है. क्रिएटर पूल की रकम का हिसाब लगाते समय, उस संगीत के लिए ही क्रेडिट दिया जाएगा जिसे YouTube के म्यूज़िक पार्टनर ने Shorts पर उपलब्ध कराया हो या जो ड्रीम ट्रैक से जनरेट किया गया हो. इसका मतलब है कि किसी संगीत का इस्तेमाल करके बनाए गए शॉर्ट वीडियो पर मिले व्यू और उसके लिए क्रिएटर पूल में तय किया गया हिस्सा, उस संगीत के हिसाब से कम हो जाएगा. तीसरे-पक्ष के कॉन्टेंट की किसी अन्य कैटगरी को शॉर्ट वीडियो में शामिल करने के लिए क्रेडिट नहीं दिया जाएगा. भले ही, उस पर Content ID की मदद से कमाई करने की नीति सेट की गई हो. हालांकि, कॉन्टेंट की अन्य कैटगरी के लिए कमाई करने के मॉडल पर काम जारी है.
- ऊपर दिए गए उदाहरण में बताया गया है कि शॉर्ट वीडियो में संगीत का इस्तेमाल किए जाने पर, क्रिएटर पूल का हिसाब लगाने के लिए व्यू और उससे मिलने वाले रेवेन्यू को कैसे बांटा जाता है.
- तीसरे-पक्ष के कॉन्टेंट का इस्तेमाल करने पर, क्रिएटर पूल से किए जाने वाले रेवेन्यू के बंटवारे पर क्या असर पड़ता है. YPP क्रिएटर्स को क्रिएटर पूल से उनका हिस्सा देते समय, हर क्रिएटर को उसके शॉर्ट वीडियो पर मिले व्यू के आधार पर तय किया गया 100 प्रतिशत हिस्सा मिलेगा. इस बात से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता कि शॉर्ट वीडियो में संगीत का इस्तेमाल हुआ है या नहीं. इसमें ड्रीम ट्रैक से जनरेट हुआ संगीत भी शामिल है. इसलिए, शॉर्ट वीडियो में संगीत का इस्तेमाल करने से, क्रिएटर के रेवेन्यू के बंटवारे की दर या उसे क्रिएटर पूल में मिलने वाले हिस्से पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
शॉर्ट वीडियो के लिए, YouTube Premium की सदस्यता से मिलने वाले रेवेन्यू का बंटवारा
YouTube Premium की सदस्यता पैसे चुकाकर ली जाती है. इससे लोगों को बिना विज्ञापन के वीडियो देखने, उन्हें बैकग्राउंड में चलाने, और डाउनलोड करने की सुविधा मिलती है. साथ ही, YouTube Music ऐप्लिकेशन की प्रीमियम सदस्यता मिलती है. यह सुविधा, शॉर्ट वीडियो के लिए भी उपलब्ध होती है.
YouTube Premium में YPP क्रिएटर्स के शॉर्ट वीडियो से मिलने वाले रेवेन्यू का 45 प्रतिशत, YouTube क्रिएटर्स को देगा. YouTube Premium से मिलने वाले रेवेन्यू के एक हिस्से का इस्तेमाल, संगीत के लाइसेंस का शुल्क चुकाने के लिए किया जाएगा. क्रिएटर को मिलने वाला हिस्सा, इस आधार पर तय होगा कि किसी देश में YPP क्रिएटर्स के शॉर्ट वीडियो पर Premium के सदस्यों से मिले कुल व्यू में से, उस क्रिएटर के शॉर्ट वीडियो पर कितने व्यू मिले हैं.
Shorts फ़ीड में दिखने वाले विज्ञापनों से मिला रेवेन्यू कहां दिखता है
YouTube Analytics में अन्य परफ़ॉर्मेंस मेट्रिक के साथ-साथ, Shorts फ़ीड में दिखने वाले विज्ञापन से रोज़ाना मिलने वाला अनुमानित रेवेन्यू दिखेगा. यह रेवेन्यू उपलब्ध होने पर दिखेगा या उस दिन से दिखेगा जब Shorts फ़ीड में दिखने वाले विज्ञापनों से आपकी कमाई शुरू होगी. YouTube से मिलने वाले रेवेन्यू को देखने के तरीके के बारे में ज़्यादा जानें.
पेमेंट थ्रेशोल्ड और AdSense for YouTube के अन्य थ्रेशोल्ड के लिए तय की गई मौजूदा प्रोसेस, Shorts से कमाई करने पर भी लागू होगी – AdSense for YouTube के बारे में ज़्यादा जानें.
Studio कॉन्टेंट मैनेजर
Studio कॉन्टेंट मैनेजर का इस्तेमाल करने वाले लोग, डाउनलोड की जा सकने वाली रिपोर्ट को मध्य मार्च 2023 से ऐक्सेस कर पाएंगे. ये रिपोर्ट, म्यूज़िक पार्टनर को छोड़कर अन्य लोगों को मिलेंगी. इन रिपोर्ट में, YPP पार्टनर के शॉर्ट वीडियो से मिले रेवेन्यू के बारे में तारीख और देश/इलाके के हिसाब से जानकारी मिलेगी.
YouTube Shorts से कमाई करने के बारे में ज़्यादा जानकारी
Shorts फ़ीड में दिखने वाले विज्ञापनों से मिलने वाले रेवेन्यू को क्रिएटर पूल में क्यों जोड़ा जाता है?
क्या क्रिएटर्स को वाकई में शॉर्ट वीडियो से मिलने वाले रेवेन्यू का 45% हिस्सा मिलता है?
हर महीने, Shorts फ़ीड में वीडियो के बीच दिखने वाले विज्ञापनों से मिलने वाले रेवेन्यू को एक साथ जोड़ा जाएगा. इसमें से Shorts क्रिएटर्स को उनका हिस्सा दिया जाएगा. साथ ही, इससे संगीत के लाइसेंस का शुल्क चुकाया जाएगा. क्रिएटर्स को मिलने वाली कुल रकम (यानी कि क्रिएटर पूल) में से, रेवेन्यू का 45% हिस्सा वे अपने पास रखेंगे. इस बात से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता कि उनके शॉर्ट वीडियो में संगीत का इस्तेमाल हुआ है या नहीं.
खास तौर पर, "संगीत" का क्या मतलब है?
शॉर्ट वीडियो में "संगीत" का मतलब ऐसे कॉन्टेंट से है जिसे YouTube के म्यूज़िक पार्टनर ने उपलब्ध कराया है या उस पर दावा किया है. इसमें संगीत का असल ऑडियो या ट्रैक, संगीत वीडियो या कलाकारों के इंटरव्यू जैसा संगीत का अन्य कॉन्टेंट शामिल हो सकता है. इसमें ड्रीम ट्रैक के ज़रिए जनरेट किया गया संगीत कॉन्टेंट भी शामिल है.
Shorts फ़ीड में मेरे शॉर्ट वीडियो दिख रहे हैं, लेकिन उनसे मेरी कमाई नहीं हो रही है. क्या YPP में शामिल हुए बिना, उन विज्ञापनों से कमाई की जा सकती है?
Shorts से कमाई करने का मॉड्यूल स्वीकार करने के बाद आपके चैनल के शॉर्ट वीडियो पर मिलने वाले व्यू, विज्ञापन से मिलने वाले रेवेन्यू के बंटवारे के दायरे में आएंगे. 1 फ़रवरी, 2023 के बाद अपलोड किए गए शॉर्ट वीडियो पर मिले व्यू भी, विज्ञापन से मिलने वाले रेवेन्यू के बंटवारे के दायरे में अपने-आप आ जाएंगे – इन शॉर्ट वीडियो को अपलोड करने के दौरान आपको इनके लिए कमाई करने की सुविधा चालू नहीं करनी पड़ेगी, जबकि आपको लंबी अवधि के वीडियो में यह सुविधा चालू करनी पड़ती है. Shorts से कमाई करने का मॉड्यूल स्वीकार करने से पहले आपके शॉर्ट वीडियो पर मिले व्यू, Shorts फ़ीड में दिखने वाले विज्ञापन से मिलने वाले रेवेन्यू के बंटवारे के दायरे में नहीं आएंगे.
शॉर्ट वीडियो अपलोड करने के बाद, उससे कमाई करने की स्थिति जानने के लिए YouTube Studio पर कॉन्टेंट सेक्शन में जाएं. अगर शॉर्ट वीडियो पर मिले व्यू, उनके बीच दिखने वाले विज्ञापनों से मिलने वाले रेवेन्यू के बंटवारे के दायरे में आते हैं, तो उन पर कमाई करने से जुड़ा हरा या पीला आइकॉन दिखेगा. कमाई करने से जुड़े आइकॉन की गाइड में, अलग-अलग आइकॉन के बारे में ज़्यादा जानें.
YouTube Analytics में अन्य परफ़ॉर्मेंस मेट्रिक के साथ-साथ, Shorts फ़ीड में दिखने वाले विज्ञापन से रोज़ाना मिलने वाला अनुमानित रेवेन्यू भी दिखेगा. यह रेवेन्यू उस दिन से दिखेगा जब Shorts फ़ीड में दिखने वाले विज्ञापनों से आपकी कमाई शुरू होगी. YouTube से मिलने वाले रेवेन्यू को देखने के तरीके के बारे में ज़्यादा जानें.
अगर आपको अपने चैनल के शॉर्ट वीडियो के बीच दिखने वाले विज्ञापनों से कमाई नहीं करनी है, तो क्रिएटर के लिए बनी सहायता टीम से संपर्क करके, Shorts से कमाई करने के मॉड्यूल से ऑप्ट आउट करें.