जब कोई व्यक्ति आपके विज्ञापन पर क्लिक करता है, तो हम इसे एक क्लिक के तौर पर गिनते हैं. इसमें टेक्स्ट विज्ञापन के नीले रंग के शीर्षक या फ़ोन नंबर पर होने वाला क्लिक भी शामिल है.
- वेबसाइट के अस्थायी तौर पर उपलब्ध न होने की वजह से, विज्ञापन पर क्लिक करने वाला व्यक्ति अगर वहां (वेबसाइट) तक नहीं पहुंच पाता है, तो भी क्लिक गिना जाएगा. इस वजह से, आपको अपने विज्ञापन पर होने वाले क्लिक और वेबसाइट पर आने वाले लोगों की संख्या में अंतर दिख सकता है. टीवी पर YouTube के लिए रिपोर्ट किए गए क्लिक, टीवी पर कॉल-टू-ऐक्शन बटन (सीटीए) पर की गई कार्रवाइयों के लिए होते हैं, न कि फ़ॉलो-अप सूचनाओं पर की गई कार्रवाइयों के लिए.
- क्लिक से यह समझने में मदद मिलती है कि आपका विज्ञापन, लोगों को कितना पसंद आ रहा है. काम के और बड़े पैमाने पर टारगेट किए गए विज्ञापनों को क्लिक मिलने की संभावना ज़्यादा होती है.
- क्लिक मिलने की दर (सीटीआर), आपको अपने खाते के आंकड़ों में दिखेगी. इससे आपको यह पता चलता है कि आपके विज्ञापन को देखने वाले कितने लोगों ने उस पर क्लिक किया. इस मीट्रिक की सहायता से आप देख सकते हैं कि आपका विज्ञापन कितना आकर्षक है और आपके कीवर्ड तथा अन्य लक्ष्यीकरण सेटिंग के साथ उसका कितना नज़दीकी मिलान होता है.
- Google Ads, अमान्य क्लिक को अपने-आप फ़िल्टर कर देता है. जैसे, अनजाने में हुए क्लिक या अपने-आप क्लिक करने वाले टूल, रोबोट या गुमराह करने वाले अन्य सॉफ़्टवेयर से मिले क्लिक. इन क्लिक के लिए आपसे कोई शुल्क नहीं लिया जाता.
ध्यान रखें: अच्छा सीटीआर, इस बात पर निर्भर करती है कि आप किस नेटवर्क पर, कौनसा विज्ञापन दिखा रहे हैं. क्लिक और क्लिक मिलने की दर (सीटीआर) बढ़ाने के लिए, अच्छे विज्ञापन टेक्स्ट और मज़बूत कीवर्ड का इस्तेमाल करें. इनकी मदद से, ऐसे विज्ञापन बनाएं जो काम के हों और आपके ग्राहकों को लुभा सकें.