इसमें ऐसा कॉन्टेंट शामिल होता है जो किसी व्यक्ति या संगठन के ख़िलाफ़ उनकी नस्ल, जाति, धर्म, दिव्यांगता, उम्र, राष्ट्रीयता, पूर्व सैनिक होने या न होने की स्थिति, यौन रुझान, लिंग और लैंगिक पहचान की वजह से हिंसा या भेदभाव को बढ़ावा देता है या उन्हें नीचा दिखाता है. इसके अलावा, समाज में मौजूद भेदभाव और लोगों को अलग-थलग करने वाली भावना को बढ़ावा देने वाला कॉन्टेंट भी इसके दायरे में आता है.