नेविगेशन के दौरान, Google Maps मोड़-दर-मोड़ निर्देश देने के लिए आपकी जगह की जानकारी को ट्रैक करता है. हालांकि, अगर आपकी जगह की जानकारी भरोसेमंद तरीके से पता नहीं की जा सकती, तो आपको "जीपीएस सिग्नल नहीं है" मैसेज मिल सकता है. कभी-कभी ऐसा हो सकता है, क्योंकि जीपीएस सिग्नल, चारदीवारी के अंदर या ज़मीन के नीचे नहीं पहुंच पाते. अगर आपको यह मैसेज बार-बार मिलता है, तो हो सकता है कि आपके डिवाइस में कोई समस्या हो. जैसे, बैटरी कम होना या फ़ोन या जीपीएस यूनिट में कोई गड़बड़ी होना.
अहम जानकारी: आपके डिवाइस में जीपीएस सिग्नल आने की संभावना होने पर ही, Google Maps में आपको "जीपीएस सिग्नल नहीं है" मैसेज दिखेगा.
यह पता करना कि समस्या Google Maps की है या नहीं
- जीपीएस का स्टेटस बताने वाला, तीसरे पक्ष का ऐप्लिकेशन इंस्टॉल करें.
- अगर आपके डिवाइस के पूरी तरह से चार्ज होने और साफ़ आसमान के नीचे होने पर भी जीपीएस सिग्नल नहीं आता, तो आपके डिवाइस में कोई समस्या हो सकती है.
- हमारा सुझाव है कि आप किसी दूसरे नेविगेशन ऐप्लिकेशन के बजाय, जीपीएस का स्टेटस बताने वाले ऐप्लिकेशन का इस्तेमाल करें. अगर आपके पास Android डिवाइस है, तो इस बात का खास तौर पर ध्यान रखें. कोई दूसरा नेविगेशन ऐप्लिकेशन इस्तेमाल करने पर, वह आपकी जगह का पता लगाने के लिए जीपीएस के बजाय, अन्य सिग्नल इस्तेमाल कर सकता है.
अहम जानकारी: अगर नेविगेट न करने के दौरान Google Maps पर आपकी जगह की जानकारी दिखती है, तो इसका मतलब यह नहीं है कि आपके फ़ोन में जीपीएस सिग्नल है. आधुनिक फ़ोन में आपकी जगह का पता लगाने के कई तरीके इस्तेमाल किए जाते हैं, लेकिन Google Maps में ऐक्टिव नेविगेशन के लिए जीपीएस/जीएनएसएस की ज़रूरत पड़ती है.
जीपीएस सिग्नल न मिलने की दूसरी वजहें पता करना
- अगर आपने जगह की जानकारी की अनुमतियां इस तरह सेट की हैं कि Google Maps सिर्फ़ खास मामलों में आपकी जगह की जानकारी पा सके, तो अन्य मामलों में "जीपीएस सिग्नल नहीं है" मैसेज दिख सकता है.
- कार की खिड़की पर पड़ने वाली चमक को कम करने के लिए, कई तरह की फ़िल्में लगाई जाती हैं. इनमें से कुछ फ़िल्मों को बनाने में मटैलिक लेयर का इस्तेमाल होता है, जिसकी वजह से जीपीएस सिग्नल, कार के अंदर नहीं पहुंच पाते.
- कुछ फ़ोन में बैटरी सेवर की सुविधा होती है, जो बैटरी कम होने पर जीपीएस को बंद कर देती है.
- कुछ फ़ोन में ऐसा कुछ खास स्थितियों में ही होता है. जैसे, जब बैटरी कम होने के साथ-साथ फ़ोन की स्क्रीन भी बंद हो या Google Maps बैकग्राउंड में काम कर रहा हो.